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मिट्टी के ताबूत

सुंग्रये हान Sungrye Han, एक कोरियाई कवियत्री और अनुवादक (जापानी-कोरियाई) हैं, जिनकी कविता ‘Earthenware coffin’  को हिंदी भाषा में ‘मिट्टी के ताबूत’ शीर्षक से बृजेश सिंह द्वारा अनूदित किया गया है ।

 

नमकीन बंदगोभी की मानिंद कतर कर 
अच्छी तरह से सजी लड़कियाँ
एक के बाद एक दबायी जाती हैं
मिट्टी के ताबूत में,
कभी-कभी नमकीन कोशिकाएँ 
चिल्लाती हैं 
जब उन्हें दफ़नाया जाता है 
मिट्टी के ताबूत में
 
मिट्टी के ताबूत में
एक स्वस्थ और कमसिन लड़की
अब अपनी आँखें मींचकर  
कुँवारी प्रजनन कर रही है 
 
नींद की खटास भरी शुरूआत
जो ढक लेती है उसकी खरोंचों को 
लड़की, अगर तुम सामने खड़ी हो
नये गर्भाशय द्वार पर 
तुम्हें द्वार बंद होने का इंतज़ार करना चाहिए
कृपया किसी को घुसने न दें!
 
एक लड़की को सावधानी से ताबूत से बाहर निकाला गया 
भरपूर पानी लेकर   
मुट्ठी भर रोशनी छितराकर 
उसे विलुप्त होने के लिए लिटाया गया 
लड़की खट्टी-मीठी पक जायेगी  
हवा उसकी हड्डियों में समा जायेगी 
वो किण्वित होकर हो जायेगी मीठी
 
आधी रात को ताबूत में लड़की
अपने जोड़ों के कड़कने 
और अपनी खिचती चमड़ी के 
दरकने की आवाज़ करती है

 

* गर्भाशय द्वार: [The Tibetan Book of the Dead] वॉल्यूम-2 के 'The process of the reincarnation' भाग 2 । 

 

मूल कवयित्री: सुंग्रये हान Sungrye Han
अँग्रेज़ी में अनुवादक: जेह्यूंग पार्क (Jaehyung Park)

EARTHENWARE COFFIN

 

Well-trimmed girls
Like salted cabbages
Are pressed down one by one
In the earthenware coffin
Salted cells sometimes
Make a cracking sound
When they are being stacked up
In the earthenware coffin
 
A plump and fresh girl
In the earthenware coffin
Is doing her virgin birth
With her eyes closed now
 
A sour beginning of sleep
That is covering over her scratches
Girl, if you are in front of
The new door of the womb
You should wait for the door to close quickly
Please don't let it come in!
 
The girl is taken out of the coffin carefully
With plenty of water taken
With a fistful of light sprinkled
She is laid down along with an extinction
The girl being ripen sourly
Wind will permeate her bones
She will be fermented fishy
And sweetly
 
In the middle of the night 
The girl in the coffin
Makes a crunching noise
Extending her joints
Makes a creaking sound
Stretching her skins

 

"The door of the womb" comes from the part 2 'The process of the reincarnation' in the second volume of the book [The Tibetan Book of the Dead]


 

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