नारी निर्मात्री शक्ति है सृष्टि की
काव्य साहित्य | कविता सौरभ कुमार15 Jan 2022 (अंक: 197, द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)
नारी शक्ति है रचना की
समस्त सृजन की
पुरुषार्थ की
सम्पूर्ण जीवन-मरण बंधन की
नारी शक्ति है प्रेम की
लंका विध्वंस की
रामायण, महाभारत और शिव
की शक्ति
नारी घर की बिटिया,
घर की लक्ष्मी
घर द्वार जीवन का
अटूट बंधन नारी
नारी निर्मात्री शक्ति है,
सृष्टि की जीवन धात्री है
धैर्यवान, शान्त, सहिष्णु,
प्रेम
और त्यागी है नारी।
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