सवाल (नासिर अख़्तर इंदौरी)
काव्य साहित्य | कविता हेमंत कुमार मेहरा15 Jul 2020 (अंक: 160, द्वितीय, 2020 में प्रकाशित)
बस एक सवाल है मेरा,
जवाब दोगे?
और दे पाओगे क्या तुम?
ये ज़िंदगी,
कोई गणित है क्या?
ये घटाया,
वो जोड़ा,
और फिर कुछ कुछ
गुणा किया,
बस हो गया
सब कुछ,
ये ज़िंदगी,
कोई गणित है क्या?
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