वो आए थे . . .
काव्य साहित्य | कविता तनु प्रिया चौधरी15 Mar 2022 (अंक: 201, द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)
कि कल रात
वो आए थे . . .
दो लफ़्ज़ों की
सौग़ात साथ लाए
कि कल रात हमसे मिलने
वो आए थे . . . ।
हाँ पहली बार मिले थे
वो तोहफ़े में
प्रेम लाए थे
बस उनकी एक झलक पर
हम दिल हार आए थे
वो पहली बार आए थे
कि कल रात
वो आए थे . . . ।
आज शाम हमने वो
क़िस्सा फिर दोहराया
पलकें झुकाईं
और उनके शब्दों का
ख़्याल आया
आँखें मुस्कुराईं
और मन थोड़ा शर्माया
हमने महसूस किया तो
उनके हृदय द्वार पर भी
हमारे ख़्यालों की आहट पा
मन फिर शर्माया . . .
नींदों के रस्ते ख़्वाबों में
चले आए थे
फ़ुरसत के कुछ ही पल
लाए थे
कि कल रात
वो आए थे . . . ।
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