पानी आज बचाओ
बाल साहित्य | किशोर साहित्य कविता डॉ. उमेश चन्द्र सिरसवारी15 Sep 2024 (अंक: 261, द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)
पानी बिन सब सून,
पानी आज बचाओ।
पानी है तो कल है,
सबको ये समझाओ।
जो पानी ख़ूब बहाओगे,
फल-फूल कहाँ से पाओगे।
जीवन कठिन हो जाएगा,
जल-जंगल आज बचाओ।
पानी है अनमोल बड़ा,
न पानी व्यर्थ बहाओ।
पानी से मिलता जीवन,
यह घर-घर में समझाओ।
यदि पानी ख़ूब बहाओगे,
सब्ज़ियाँ कहाँ से लाओगे।
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