बात पूरी तो करते, कम से कम
शायरी | नज़्म ज्योतिष15 Jan 2022 (अंक: 197, द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)
बात पूरी तो करते, कम से कम
सही से दूरी तो करते, कम से कम
कि रोज़ आते हो, मेरे घर पे तुम
अता ग़म तो करते, कम से कम
उम्र गुज़ार दी, तारीख़ों में तुमने
कोई फ़ैसला तो करते, कम से कम
माना ज़रूरी बात, न करोगे हमसे
ग़ैर ज़रूरी तो करते, कम से कम
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