तुम होती
काव्य साहित्य | कविता अनिकेत तोमर1 Apr 2024 (अंक: 250, प्रथम, 2024 में प्रकाशित)
अगर मैं लिखता तो मेरी सबसे सुंदर कविता तुम होती
अगर मैं पढ़ता तो वो पहला पन्ना तुम होती
हो जाता मैं पानी पानी
अगर मेरा दरिया तुम होती
पहला प्यार तुम ही हो मेरा
मैं हो जाता एक बार फिर तुम्हारा
अगर मेरा आख़री भी तुम होती
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