इंद्रधनुष
काव्य साहित्य | कविता राजीव नामदेव ’राना लिधौरी’1 May 2024 (अंक: 252, प्रथम, 2024 में प्रकाशित)
इंद्रधनुष के रंग से,
किरणें कर शृंगार।
नृत्य करें बरसात में,
चलती मंद बयार॥
इंद्रधनुष सा मन हुआ,
भटके चारों ओर।
सफ़ेद शान्ति के लिए,
पीला है चितचोर॥
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