तुम्हारी स्मृति
काव्य साहित्य | कविता दीपक15 Oct 2021 (अंक: 191, द्वितीय, 2021 में प्रकाशित)
कहाँ वो फूलों की अब सौग़ात होगी..
नये लोग होंगे, तो नयी बात होगी॥
मैं हर पल ख़ुश रहूँगा..
अगर तुम मेरे साथ होगी॥
तारों से आसमान भरा होगा..
जब तुम्हारी और मेरी मुलाक़ात होगी॥
मैं चाहूँगा तुम्हें भी मेरी याद आए..
जब इस सावन में बरसात होगी।
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