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चाँद-सूरज  में  शरारत होती है

बहरे रमल मुसद्दस महजूफ़
फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
 
2122      2122      212
 
चाँद-सूरज  में  शरारत होती है
जिस्म-ओ-जाँ में हरारत होती है 
 
दाग़ धब्बा  इश्क़ में लगता ही है 
प्यार  में  थोड़ी  जसारत होती है
 
कोई  अच्छा नज़र आए तो बता
सर-फ़िरों में भी मुहब्बत होती है 
 
क़त्ल करना आम है उस के लिए 
आशिक़ों को ये शिकायत होती है
 
ख़ैर ख़्वाहों का मशवरा लेने की 
ठोकरों के बाद आदत होती है

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