शैलपुत्री
काव्य साहित्य | कविता सोनल मंजू श्री ओमर1 Nov 2023 (अंक: 240, प्रथम, 2023 में प्रकाशित)
पर्वतराज हिमालय के,
घर बेटी एक आई।
दाएँ हाथ में त्रिशूल,
बाएँ हाथ में कमल लाई।
वृषभ है वाहन इसका,
इसलिए वृषारूढ़ा कहलाई।
प्रथम नवरात्रि पर जगत ने,
शैलपुत्री की ज्योत जलाई॥
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