आँसुओं का ख़ज़ाना
काव्य साहित्य | कविता डॉ. रति सक्सेना3 May 2012
एक आँसू
उसके लिए
जो अपना न बन सका
एक आँसू
अपना बनने का
दिखावा करने वाले के लिए
एक आँसू
अपने आप से
दोस्ती करवाने वाले के लिए
आँसुओं का ख़ज़ाना
ख़त्म हो गया
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