फ़ासले
काव्य साहित्य | कविता वैदेही कुमारी15 Aug 2021 (अंक: 187, द्वितीय, 2021 में प्रकाशित)
पर कभी-कभी होते है ज़रूरी
जब रहतीं नहीं चाहतें
तब सही होती है दूरी
दिल में प्यार नहीं
तो दर्शाये कोई कैसे
चुभता है उसका साथ
तो साथ निभाये कोई कैसे
अच्छा है अलग होना
जब पास होकर भी वो पास नहीं
अलग होकर है जब वो ख़ुश
तो दूरियाँ ही सही।
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