विश्व पर्यावरण दिवस
काव्य साहित्य | कविता वीरेन्द्र जैन15 Jun 2023 (अंक: 231, द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)
विश्व पर्यावरण दिवस पर
हम सबको संकल्पित होना है,
देवभूमि रूप इस धरती पर
पर्यावरण को नहीं खोना है।
अब तक जो कुछ हुआ,
हुआ उससे आगे अब बढ़ना है,
पर्यावरण बचाने हेतु
कुछ नये आयाम गढ़ना है।
पंचभूत तत्वों को सहेज कर ही
पर्यावरण रक्षण होगा,
साफ़ शुद्ध हवा बहेगी जब
पेड़ों का संरक्षण होगा।
बाग़ बग़ीचे जंगल आदि को
काटना बंद करना होगा,
कंक्रीट बिछाना छोड़, नया इको
फ़्रेंडली शहर गढ़ना होगा!
हरियाली जब लौटेगी पशु पक्षियों को
उनके घर मिल जाएँगे,
पारिस्थितिक चक्र सुधरेगा
लुप्त प्रजातियाँ जीवन पाएँगे।
कार्बन क्रेडिट कम करने की दिशा में
दुनिया को आगे बढ़ना होगा,
ओज़ोन परत बनी रहे सुरक्षित
मिलकर काम करना होगा।
शहरी औ औद्योगिक दूषण कम
करना सबकी ज़िम्मेदारी है,
जलवायु परिवर्तन रोकने
चाहिए विश्व की साझेदारी है।
गाँवों को आधार बना शहरों को
पुनर्जीवित करना होगा,
इस सदी में भारत को इस क्षेत्र में
विश्व नेतृत्व करना होगा।
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