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ऑनलाइन धोखाधड़ी एवं बचाव

 

दोस्तों, आज के डिजिटल युग में, हमारी ज़िंदगी ऑनलाइन हो गई है। लेकिन जहाँ सुविधाएँ बढ़ी हैं, वहीं ख़तरे भी बढ़ गए हैं। मैं आपको बताने जा रही हूँ कि स्कैमर्स किस तरह हमें धोखा देने की कोशिश करते हैं और हम इनसे कैसे बच सकते हैं। 

क्या कभी आपको ऐसा कॉल आया है, जिसमें कहा गया हो कि आपका बैंक खाता बंद होने वाला है? या आपके फोन पर ऐसा मैसेज आया हो, जिसमें KYC अपडेट करने के लिए लिंक दिया गया हो?

डिजिटल स्कैम की वास्तविकता:

हर साल लाखों लोग ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होते हैं। स्कैमर्स नई-नई चालों से मासूम लोगों को निशाना बना रहे हैं। अगर हम सतर्क नहीं रहे, तो हम भी इसका शिकार हो सकते हैं।

कौन-कौन प्रभावित होते हैं:

यह समस्या सिर्फ़ बुज़ुर्गों तक सीमित नहीं है, बल्कि पढ़े-लिखे युवा भी स्कैमर्स के जाल में फँस जाते हैं। 

स्कैम्स के उदाहरण:

TRAI की कार्रवाई के नाम पर कॉल:

 

स्कैमर्स आपको कॉल करेंगे और कहेंगे कि आपका नंबर अवैध गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहा है। याद रखें, TRAI कभी भी फोन सेवाएँ निलंबित नहीं करता। विदेश की डीपी इसी तरीक़े का क़ानून लागू होता है। ऐसे कॉल को तुरंत काट दें।

1) कस्टम्स में फँसे पार्सल: 

आपको कहा जाएगा कि आपका पार्सल कस्टम्स में फँसा है और पैसे माँगे जाएँगे। कस्टम्स से जुड़े मामलों में हमेशा सीधे संबंधित विभाग से संपर्क करें।

2) डिजिटल गिरफ़्तारी का डर:

कोई नक़ली पुलिस अधिकारी बनकर आपको धमकी देगा कि आपके ख़िलाफ़ केस दर्ज है। याद रखें, पुलिस कभी भी ऑनलाइन पूछताछ या गिरफ़्तारी नहीं करती।

3) KYC अपडेट का झांसा:

SMS या कॉल के ज़रिए KYC अपडेट के लिए लिंक भेजा जाएगा। बैंक कभी भी इस तरह KYC अपडेट नहीं कराते। सीधे बैंक शाखा में जाएँ।

डिजिटल फ़्रॉड से बचाव के उपाय

  • संदिग्ध ईमेल और कॉल की जाँच करें: यदि कोई ईमेल बैंक के नाम पर आता है, तो उसकी भाषा, स्पेलिंग और भेजने वाले का पता चेक करें।

  • सुरक्षित पासवर्ड: अपने सभी खातों के लिए अलग-अलग और मज़बूत पासवर्ड रखें।

  • फिशिंग से बचाव: अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।

  • डिजिटल वॉलेट की सुरक्षा: डिजिटल वॉलेट में अधिक रक़म न रखें। 

  • VPN का उपयोग करें: सार्वजनिक वाई-फ़ाई का उपयोग करते समय VPN का इस्तेमाल करें।

सतर्कता ही बचाव है। छोटी-छोटी सावधानियाँ हमें बड़ी मुसीबतों से बचा सकती हैं। 

आइए, मिलकर विज्ञान के चमत्कार को जागरूकता के साथ आगे बढ़ाएँ तथा नीचे दिए गए पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करें: 

https://cybercrime.gov.in


अंततः एक छोटी सी कविता: 
 
अभी तो फ़्रॉड कर-करके पैसा कमा ले तू, 
पता तो तब चलेगा जब तेरे वारंट आएँगे। 
जिनके सपनों को तोड़ा है तूने छल से, 
वो आँसू तेरे दरवाज़े पर हिसाब माँग जाएँगे। 
 
पता तो कब चलेगा जब यमदूत, 
तेरा दिल डंडों से बहलाएँगे। 
जिन बातों पर आज हँस रहा है तू, 
वही तेरी मौत की घंटी बजाएँगे। 
 
जो महल बनाए हैं झूठ की बुनियाद पर, 
सच की एक लहर से वो ढह जाएँगे। 
आज तेरी जीत पर तालियाँ बज रही हैं, 
कल वही हाथ तेरे ख़िलाफ़ उठ जाएँगे। 
 
ख़ुद को चतुर समझ, चालें चला रहा है तू
पर वक़्त की बिसात पर मोहरे पलट जाएँगे। 
अभी तो शोहरत का चश्मा पहन ले तू, 
वक़्त आएगा जब ये आईना दिखाएँगे। 
पता तो तब चलेगा जब तेरे वारंट आएँगे!

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