सुन्दरता
काव्य साहित्य | कविता विश्वम्भर पाण्डेय 'व्यग्र'17 Nov 2014
जितना सुन्दर,
दिखता है वृक्ष
कहीं, उससे भी ज़्यादा,
सुन्दर होती है
उसकी जड़
पर हाय!
हम देख नहीं सकते,
कर सकते हैं,
उसे महसूस,
वृक्ष की बाह्य- सुन्दरता /
दृढ़ता को देखकर
क्योंकि,
खोखली जड़वाले वृक्ष,
सुन्दर हुआ नहीं करते ...
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