मेरे साथ बनी रहना सदा
काव्य साहित्य | कविता डॉ. प्रेम कुमार1 Nov 2023 (अंक: 240, प्रथम, 2023 में प्रकाशित)
तुम मेरे साथ बनी रहना सदा
इस अंधकार भरी दुनिया को
मैं देख लूँगा, तुम्हारी आँखों में
खिलते लाल डोरों की रोशनी से
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