परिणाम युद्ध के
काव्य साहित्य | कविता बीना राय1 Jun 2022 (अंक: 206, प्रथम, 2022 में प्रकाशित)
ख़ून से सनी धरती
मानवता के धूप को
हर वक़्त है तरसती
ऐसी कुछ उपलब्धियाँ
नाम हैं युद्ध के।
भूखमरी और बेरोज़गारी
लाचारी और महामारी
ऐसे ही कुछ ख़ास
परिणाम हैं युद्ध के।
किसी के अहं और
ज़िद की सरपरस्ती
नफ़रतों के आग
हर दिशा में उगलती
ऐसे कुछ मुक़ाम हैं युद्ध के।
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