ऐसे बनती हैं रुसूख़वालियाँ
कथा साहित्य | लघुकथा डॉ. मनोज मोक्षेंद्र15 Mar 2023 (अंक: 225, द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)
“सर, बाहर एक लड़की आपसे मिलने को बेताब हो रही है।”
“उससे कह दो कि अभी मेरे पास फ़ालतू लोगों के लिए फ़ालतू समय नहीं है। ज़रूरी काम में बीज़ी हूँ। कह दो कि बाद में आना।”
“सा’ब, उससे मैंने यही कहा; लेकिन, वह वापस जाने को तैयार ही नहीं हो रही है।”
“उससे कह दो कि मैं अभी अपनी फ़िल्म की स्क्रिप्ट फ़ाइनल कर रहा हूँ।”
“सा’ब, वह कह रही है कि वह गुंजाल सा’ब से मिले बग़ैर यहाँ से हिलेगी नहीं।”
गुंजाल ने ग़ुस्से में अपना माथा पकड़कर सिर के बाल नोचे और एकदम से बेचैन हो गए। तभी शामू सहगल उनके एकदम पास आ गया और फुसफुसाकर बोला, “सा’ब, वो लड़की एकदम झकास आइटम है। आप देखते ही मस्त हो जाओगे। बस्स, एक बार उसे बुलाकर देख लो। सच कहता हूँ, आपके अंदर का मर्द जाग जाएगा; आज की आपकी रात रंगीन हो जाएगी।”
गुंजाल के कान खड़े हो गए। तभी उन्हें ध्यान आया कि अरे, सुबह फोन पर उनकी अपनी फ़िल्म की हिरोइन से फ़ीस को लेकर तीखी बहस हो गई थी क्योंकि वह अपनी फ़ीस डबल करने पर अड़ी हुई थी। तब, उन्होंने अपना कान खुजलाया और एकदम से खड़े हो गए।
शामू फिर फुसफुसाकर बोला, “सा’ब, ऐसी लौंडिया आपने देखी नहीं होगी। एकदम ज़न्नत की हूर माफिक लगती है।”
गुंज़ाल बोले, “ऐसी बात है तो उसे अंदर लेकर आओ।”
जब लड़की सामने आई तो सचमुच गुंजाल एकदम से हड़बड़ा उठे। उन्हें लगा कि सचमुच वह लड़की किसी दूसरी दुनिया से आई हुई कोई एलियन हो। ऐसी ब्यूटी तो फ़िल्म इंडस्ट्री के इतिहास में चिराग़ लेकर ढूँढ़ने से भी नहीं मिलेगी। उसे देख, वह अपने ऊपर से अपना नियंत्रण लगभग खो ही चुके थे। तो भी वह ख़ुद को बटोरते हुए बोल पड़े, “किस काम से मुझसे मिलना चाहती हो?”
“सर, मैं आपकी फ़िल्म में काम करना चाहती हूँ।”
“अच्छा!” आगे वह अवाक् रह गए।
“हाँ सर, आपकी सभी शर्तों पर मैं आपकी फ़िल्म में बुढ़िया, खलनायिका या किसी भी प्रकार का रोल करने को तैयार हूँ।”
“नहीं, नहीं, तुम जैसी ख़ूबसूरत और टैलेंटेड लड़की को कोई ऐसा-वैसा रोल करना अच्छा लगेगा क्या?” गुंजाल तो उससे ऐक्टिंग के फ़न के बारे में कुछ पूछे बग़ैर उस पर जैसे सब कुछ लुटा देने को तैयार हो रहे थे। उसकी आवाज़ भी इतनी आकर्षक थी कि सोच रहे थे कि परदे पर ऐसी ब्यूटी और ऐसी आवाज़ परोसकर ही वह मालामाल हो जाएँगे। बॉक्स ऑफ़िस पर वह साक्षात् लक्ष्मी को न्योता दे देंगे। हाँ, सुबह इस फ़िल्म की हिरोइन से हुई तूं-तूं मैं-मैं का बदला भी ले लेंगे। बहरहाल, नए चेहरे लाने में क्या कभी उन्हें मुँह की खानी पड़ी है?
लड़की के चेहरे पर ख़ुशी तोते की तरह फ़ड़फ़ड़ा रही थी। वह गुंजाल के आगे हाथ जोड़कर खड़ी हो गई, “मैं हर तरह का डांस कर सकती हूँ, हर रोल बख़ूबी निभा सकती हूँ और गा भी सकती हूँ।”
लड़की गुंजाल की शुरूआती परीक्षाओं में पूरी तरह खरी उतरी और उसकी आने वाली फ़िल्मों में बहुत हिट हुई।
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