हवालात
हास्य-व्यंग्य | हास्य-व्यंग्य कविता अशोक परुथी 'मतवाला'18 Jul 2014
मैंने एक दरोगा से पूछा -
"भाई, जेल को
हिन्दी में हवालात
क्यूँ लिखते हैं?"
तो
जवाब में दरोगा जी बोले -
"क्योंकि, जेल में खाने को,
सिर्फ़
'हवा' और 'लात' मिलते हैं!"
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