जय श्री राम
काव्य साहित्य | कविता आलोक कौशिक15 Apr 2020
त्याग का पर्याय
प्रतीक शौर्य का
पुरुषों में उत्तम
संहर्त्ता क्रौर्य का
परहित प्रियता
भ्राताओं में ज्येष्ठ
कर्तव्य परायण
नृप सर्वश्रेष्ठ
शरणागत वत्सल
हैं आश्रयदाता
दशरथ नंदन
भाग्य विधाता
भजे मुख मेरा
तेरा ही नाम
जय सिया राम
जय श्री राम
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