जय श्री राम
काव्य साहित्य | कविता आलोक कौशिक15 Apr 2020 (अंक: 154, द्वितीय, 2020 में प्रकाशित)
त्याग का पर्याय 
प्रतीक शौर्य का 
पुरुषों में उत्तम 
संहर्त्ता क्रौर्य का 
परहित प्रियता 
भ्राताओं में ज्येष्ठ 
कर्तव्य परायण 
नृप सर्वश्रेष्ठ 
शरणागत वत्सल 
हैं आश्रयदाता 
दशरथ नंदन 
भाग्य विधाता 
भजे मुख मेरा 
तेरा ही नाम 
जय सिया राम 
जय श्री राम 
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