तो जगा देना
काव्य साहित्य | कविता कुमार लव3 May 2012
सो जाऊँ,
तो जगा देना।
मेरे साथ
सपनों के पीछे भागना,
न मिलें
तो भुला देना।
थक जाऊँ,
तो सुला देना।
नींद में पूछूँ
क्या वक़्त हुआ है,
अभी देर है
कह थपका देना।
सो जाऊँ,
तो जगा देना।
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