संकल्प
बाल साहित्य | बाल साहित्य कविता नरेंद्र श्रीवास्तव15 Jul 2019
अक्षय, अक्षत, विनीत जब
नई कक्षा में आये।
नव सत्र के पहले दिन
गदगद हो मुस्काये॥
सब ने संकल्प लिया
नियमित खूब पढ़ेंगे।
सबको दोस्त बना के
कभी नहीं झगड़ेंगे॥
गृह कार्य मिलेगा
पूरा उसे करेंगे।
सिखलायेंगे जो भी
उसको याद रखेंगे॥
बात बड़ों की मानें
उनका मान रखेंगे।
मात, पिता, गर्व करें
ऐसा कार्य करेंगे॥
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