चिड़िया
बाल साहित्य | बाल साहित्य कविता संदीप कुमार तिवारी ‘श्रेयस’1 Mar 2021 (अंक: 176, प्रथम, 2021 में प्रकाशित)
सुबह डाल पे आती चिड़िया।
चूँ-चूँ शोर मचाती चिड़िया।
जब छोड़ मुझे जाती चिड़िया,
सपने में फिर आती चिड़िया।
मीठे गीत सुनाती चिड़िया।
मेरे मन को भाती चिड़िया।
जब दाना खा जाती चिड़िया,
फुर करके उड़ जाती चिड़िया।
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उपलब्ध नहीं
Dr. Mulla Adam Ali 2024/05/01 11:49 PM
सुंदर कविता चिड़ियां पर। अफसोस की बात यह है कि आजकल चिड़ियां कई दिखाई नहीं दे रही है, बढ़ते प्रदूषण और रेडिएशन के कारण।