पिताओं और पुत्रों की
पिता के रोम-रोम
मुस्कुराते हैं पिता के रोम-रोम में
पुत्र का भोलापन,
आँखों में जलन,
बिखरे बालों में उलझन,
जैसे नवजात मूर्तिमान,
हृदय में काव्य-कंपन,
भाग्य में समरांगन,
मेघवत परिवर्तन,
कलावत पागलपन,
पर्वत-सम-सीधापन,
धरणी जैसा द्युतिमान,
क्षुद्र आत्मा के प्रशांत महासागर में तूफ़ान।
पिता के ख़ातिर वह हो रहा आबाद,
करते पौराणिक शंखनाद,
आजीवन अनुसंधान,
पिता से पैदा हुआ तत्व-प्रधान,
उठो, जागो, तुम
अपने पिता के रोम-रोम।
पुस्तक की विषय सूची
- पिता के रोम-रोम
- समय का शरणार्थी
- पुत्र से पिता
- जियो मानव, जियो!
- एक और फरवरी
- गगन-प्रकृति
- आहत विचार
- विश्वासघात
- मृत्यु के बाद की लंबी कविता
- प्यारी माँ
- मेरे पिता के लिए
- उदासी
- फिर से आना
- पितृहीन
- आत्महत्या के शोकगीत
- मैं पीने वाला
- प्रेमी
- पौ फटने से ठीक पहले
- सूर्य-जन्मा
- राजकुमार हेमलेट
- पिता होते हुए पुत्र तनाव में!
- अभिमान
- क्या पिता एक मज़ाक है?
- मेरा चंद्रिल प्रेम
- यात्रा
- पुनरागमन
- प्रतिशोध
- हठी
- पूर्णिमा की ज्योत्स्ना में भीगी कविता
- माता
- पत्नी
- कौन कहता है कि तुम भगवान हो?
- दुर्योधन का उत्तर
- मौन
- आत्म-हत्या
- दक्षिणी पवन
- दुर्योधन-पुत्र
- इतिहास का बोझ
- अंतर्द्वंद्व
- त्रिवेणी
- मैं यहाँ हूँ
- तुम और मैं
- कर्कश सुबह
- एकजुटता का अंश
- निष्कासन
- मदलाशी
- जब मैं तुमसे प्यार करता हूँ
- मृत्युंजय
- हत्या
- जब तुम चले जाओगे
- हम
- अकेले दिन
- साँसों में जन्म-स्थान
- प्रेम और प्रतिशोध
- आगमन
- स्थितप्रज्ञ
- अविस्मरणीय समय
- मैं तुमसे यही चाहता था
- शर-शैय्या
- रात और गृह-विरह
- अभी भी नरक
- मनु-पुत्र
- आज रात मैं लिखूँगा आँसुओं से कविता
- शिखर पतन
- प्यार की दासता
- शरद ऋतु में सितंबर
- अकेले रहना एक विकल्प
- पिताओं और पुत्रों की
लेखक की पुस्तकें
अनुवादक की पुस्तकें
लेखक की अन्य कृतियाँ
विडियो
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ऑडियो
उपलब्ध नहीं
अनुवादक की कृतियाँ
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