भूख
काव्य साहित्य | कविता नरेन्द्र सोनकर ‘कुमार सोनकरन’1 Oct 2023 (अंक: 238, प्रथम, 2023 में प्रकाशित)
भूख पीड़ा है; तड़प है; चाह है
भूख क्रिया है; संवेग है; आह है
भूख लालच है; लोभ है; आग है
भूख गिद्ध है; भेड़िया है; नाग है
भूख रोटी है; कपड़ा है; मकान है
भूख श्रद्धा है; व्रत है; अनुष्ठान है
भूख इज़्ज़त है; शोहरत है; शान है
भूख शर्त है; सवाल है; विधान है
भूख धन है; वैभव है; राज्य है
भूख कुर्सी है; सत्ता है; साम्राज्य है
भूख क्रांति है; उबाल है; रोष है
भूख सनक है; अशांति है; असंतोष है
भूख समय है; आवश्यकता है; मोल है
भूख इतिहास है; विज्ञान है; भूगोल है
भूख बेक़रारी है; बेचैनी है; अकुलाहट है
भूख एहसास है; अनुभव है; आहट है
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