देश हमारा सबसे प्यारा
बाल साहित्य | किशोर साहित्य कविता कुमकुम कुमारी 'काव्याकृति'1 Feb 2022 (अंक: 198, प्रथम, 2022 में प्रकाशित)
देश हमारा सबसे प्यारा,
विभा इसकी बढ़ाएँगे।
इसके रजकण से ही अपने,
माथे तिलक लगाएँगे।
भारत प्यारा देश हमारा,
गीत ख़ुशी की गाएँगे।
देश की रक्षा के ख़ातिर हम,
सर्वस्व आत्म लुटाएंगे।
अमर शहीदों की वेदी पर,
भाल अपना झुकाएँगे।
उनके पदचिन्हों पर चलकर,
देश की हद बढ़ाएँगे।
देश से पहचान है अपनी,
दिल में इसे बसाएँगे।
देश के ख़ातिर ही जिएँगे,
इसपे ही मिट जाएँगे।
आज़ादी का अमृत महोत्सव,
हम सभी मिल मनाएँगे।
आज़ादी के मतवालों को,
श्रद्धा सुमन चढ़ाएँगे।
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