हो मुश्किल तो एक इशारा करना
शायरी | ग़ज़ल डॉ. मनीष कुमार मिश्रा15 May 2023 (अंक: 229, द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)
हो मुश्किल तो एक इशारा करना
मेरा तेरा जो है उसे हमारा करना।
टूटे हुए हैं अभी पंख फिर भी तुम
उड़ने की कोशिश दुबारा करना।
आग सेकते समय सँभालना ज़रा
इनका उचित दूरी से नज़ारा करना।
जिसका हाथ थाम लो एक बार
ज़िन्दगी उसी के साथ सँवारा करना।
ये रंग और गंध की दुनियाँ हमारी
इसमें ज़रा सलीक़े से गुज़ारा करना।
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