जब कोई किसी को याद करता है
काव्य साहित्य | कविता डॉ. मनीष कुमार मिश्रा15 Mar 2015
मैंने सुना है क़ि-
जब कोई किसी को याद करता है
तो आसमान से एक तारा टूट जाता है
लेकिन अब मुझे इस बात पर
यक़ीन बिलकुल भी नहीं है
क्योंकि -
अगर सच में ऐसा होता तो
अब तक सारे तारे टूटकर
जमीन पर आ गए होते
आखिर इतना तो याद
मैंने तुम्हें किया ही है।
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