मुझ पर आई आफ़त
बाल साहित्य | बाल साहित्य कविता नरेंद्र श्रीवास्तव15 May 2019
पिंकू ने पड़ोसी चाचा को
झट मोबाइल लगाया।
चाचा! खेत में भैंस घुसी है
उनको यह बतलाया॥
बोले चाचा-दूर बहुत हूँ
मेरा आना ना आसान।
तू ही बेटा! भैंस भगा दे
मुझ पर कर ऐहसान॥
मन ही मन पिंकू बोला
मुझ पर आई आफ़त।
कैसे भैंस भगाऊँ जाकर
जब मेरी ही शरारत॥
समझे चाचा हँसकर बोले
बेटा! मुझसे नहीं छुपाओ।
माफ़ किया फिर भी तुझे
जा, अब तो भैंस भगाओ॥
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