आज अचानक हुई बारिश में
काव्य साहित्य | कविता डॉ. मनीष कुमार मिश्रा15 Mar 2015
आज अचानक हुई बारिश में
भीगते हुए बुरा लग रहा था
क्योंकि वो बारिश याद रही
जिसमें एक छाते में सिमटकर
हम बारिश से बच तो रहे थे
मगर भीग भी रहे थे
एक–दूसरे के साथ
एक–दूसरे के प्यार में।
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