राम भजन कर ले रै प्राणी
काव्य साहित्य | कविता राजेश ’ललित’15 Jun 2023 (अंक: 231, द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)
(हरियाणवी हिंदी में)
राम भजन कर
ले रै प्राणी
राम मजन कर
ले रै
यो जिंदगी वापिस
नहीं आणी
राम भजन कर
लै रे प्राणी
राम भजन कर
लै रे
सत करमां तै
पार लगैगा
सत करमां तै
पार लगैगा
नदिया गहरी
नाव पुराणी
रै प्राणी
राम भजन कर
लै रे प्राणी
राम भजन कर
लै रे
धत् करमां में
कुछ न धरया है
धत् करमां में
कुछ न धरया है
इसनै नाव डुबाणी
रै प्राणी
राम भजन कर
लै रे
मन मैं अंधेरा
तन चाहे सुथरा
राम करैंगें दूर
अंघेरा
तब हो जावेगा
जीवन में सवेरा
राम भजन कर
लै रे प्राणी
राम भजन कर
लै रे
पाप कमाया
घणा ही तूने
जितना राम नाम
रटैगा
पाप लगैंगे घटणे
राम राम जप कर
सारे पुण्य कमाया कर
राम भजन कर
लै रे प्राणी
राम भजन कर लै
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टिप्पणियाँ
Nitika Sharma 2023/06/15 11:49 AM
Bohot khub
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Vivek 2023/06/15 12:45 PM
आदरणीय राजेश"ललित"शर्मा जी बहुत सुंदर भजन