ग्लोबल हुनर
कथा साहित्य | लघुकथा विजय नगरकर1 Sep 2021 (अंक: 188, प्रथम, 2021 में प्रकाशित)
एक अंग्रेज़ीदाँ 'ग्लोबल' ऑटो इंजीनियर ने अपनी बीएमडब्ल्यू कार मोटर गैराज में रिपेयर हेतु पार्क की।
कार मैन्युअल के पन्ने पलटकर परेशान हुआ। अपने टाई की गाँठ ढीली करके सोच रहा था कि आख़िर यह फ़ॉल्ट क्या है?
पाँच मिनट में फ़ॉल्ट निकालकर एक लोकल सलीम मकैनिक ने कहा, "साहब,आपकी कार अब ठीक हो गई है!"
'ग्लोबल' ऑटो इंजीनियर अपने ज्ञान पर लज्जित हुआ और उसने नाराज़ होकर 'लोकल' मकैनिक से पूछा, "क्या आपने पढ़ाई अंग्रेज़ी माध्यम से पूरी की है?"
तब अपने गंदे कपड़े झटकर उसने जवाब दिया, "साहब अंग्रेज़ी में फ़ेल हुआ इसलिए रोज़ी-रोटी के लिए मकैनिक बन गया! कार लोकल हो, या ग्लोबल सभी रिपेयर कर सकता हूँ!"
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