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राजभाषा हिंदी प्रचार प्रसार में एण्ड्राइड मोबाइल की भूमिका 

 

आधुनिक तकनीकी विकास के साथ भाषा का विस्तार भी धीरे धीरे बढ़ रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी ने भौगोलिक दूरी कम कर दी है। हमारे विचार, कल्पना और जनसंपर्क में अविश्वसनीय परिवर्तन हुआ है। सामाजिक माध्यम में अर्थात्‌ सोशल मीडिया में तीव्र गति से विकास हो रहा है। मोबाइल उत्क्रांति ने सोशल मीडिया का नक़्शा बदल दिया है। एण्ड्राइड मोबाइल के लिए लाखों मोबाइल ऐप निर्माण हुए और निरंतर नए ऐप गूगल प्ले स्टोअर में उपलब्ध हो रहे है। एंड्राइड में अनेक उपयोगी एप्स बनाए गए हैं जो मुफ़्त भी है और कई सशुल्क उपलब्ध है। गूगल प्ले में सर्च करते समय हिंदी के लिए अनेक ऐप्स सामने आते हैं। हिंदी पुस्तकों की सूची में धार्मिक, शिक्षा, कला, साहित्य, सामान्य ज्ञान, इतिहास से लेकर अनेक विषयों का भांडार उपलब्ध है। फ़िल्म की श्रेणी में अनेक पुराने और नए भारतीय फ़िल्मों का संग्रह उपलब्ध है। समाचार की श्रेणी के अंतर्गत अनेक सुप्रसिद्ध समाचार पत्र जैसे नव भारत टाइम्स, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर, दैनिक अमर उजाला आदि समाचार पत्रों की शृंखला है। सर्वाधिक लोकप्रिय ऐप्स श्रेणी में अनेक हिंदी व्याकरण, इंडिक की बोर्ड, शब्दकोश, हिंदी कैलेण्डर, लर्न हिंदी, मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ, शायरी, कविता, हिंदी चुटकुले, आयुर्वेद, सामान्य ज्ञान, धार्मिक साहित्य, बी.बी.सी. हिंदी, भविष्य आदि अनेक बहू उपयोगी ऐप्स का संग्रह आपके सामने हाज़िर है। 

हिंदी प्रचार प्रसार में मोबाइल ऐप की भूमिका बहुत महत्त्वपूर्ण है। मोबाइल ऐप के माध्यम से लोग अपने सुविधानुसार हिंदी को सीख, पढ़ और सुन सकते हैं। मोबाइल ऐप भाषा के विकास और संरक्षण में एक नया आयाम जोड़ते हैं। 

मोबाइल ऐप के द्वारा हिंदी के विभिन्न पहलुओं को जाना जा सकता है। जैसे कि हिंदी का व्याकरण, शब्दकोश, मुहावरे, लोकोक्तियाँ, कविता, कहानी, आलेख, समाचार, फ़िल्म, साहित्य, धार्मिक ग्रंथ, आदि। मोबाइल ऐप के माध्यम से हिंदी को अन्य भाषाओं से अनुवाद करना भी सम्भव है। 

राजभाषा हिंदी में काम करने के लिए केंद्र सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों हेतु एण्ड्राइड आधारित कुछ महत्त्वपूर्ण मोबाइल ऐप की जानकारी एवं लिंक निम्नानुसार है। 

राजभाषा विभाग द्वारा विकसित राजभाषा लीला ऐप 

सरकारी कार्यालयों में राजभाषा प्रचार प्रसार हेतु राजभाषा विभाग ने लीला नामक मोबाइल ऐप विकसित किया है। अब राजभाषा हिंदी आपकी मातृभाषा या अंग्रेज़ी के माध्यम से सीखी जा सकती है। केंद्र सरकारी कर्मचारियों को हिंदी शिक्षण योजना के तहत प्रबोध, प्रवीण, प्राज्ञ, पारंगत, हिंदी टंकलेखन, हिंदी आशुलिपि सीखना अनिवार्य किया गया है। लीला मोबाइल ऐप में यह कोर्स आप पढ़ कर परीक्षा दे सकते हैं। परीक्षा उत्तीर्ण होने पर नियमानुसार एक मुश्त पुरस्कार और एक वर्ष के लिए विशेष वेतनवृद्धि प्रदान की जाती है। लीला-राजभाषा (कृत्रिम बुद्धि के माध्यम से भारतीय भाषाओं को जानें) हिंदी सीखने के लिए एक बहु-मीडिया आधारित बुद्धिमान स्वयं शिक्षक उपकरण है। Lila का उपयोग करके, अपने मोबाइल पर हिंदी भाषा सीखना वास्तव में आनंददायक और आसान है। हिंदी प्रबोध, प्रवीण और प्राज्ञ आदि कोर्स आप अंग्रेज़ी, असमिया, बांग्ला, बोडो, गुजराती, कन्नड़, तेलुगु, कश्मीरी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, ओड़िया, पंजाबी, तमिल और माध्यम के माध्यम से सीखने के लिए उपयोगी, अनुकूल और प्रभावी उपकरण हैं। हिंदी प्रबोध, हिंदी प्रवीण और प्राज्ञ पाठ्यक्रम पर प्रशिक्षण वर्ग में पढ़ाने और दूरस्थ प्रशिक्षण योजना पर आधारित हैं, जो पहले से ही केन्द्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान [सीएचटीआई], राजभाषा विभाग [डीओएल], गृह मंत्रालय, सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे हैं। यह एक पूर्णकालिक 3-स्तरीय पाठ्यक्रम है जिसे विशेष रूप से सरकार, कॉर्पोरेट, सार्वजनिक क्षेत्र और बैंक कर्मचारियों को राजभाषा हिंदी का ज्ञान प्रदान करने के लिए बनाया गया है। यह प्रशिक्षण अनेक भारतीय भाषाओं (मूल भाषा) में डिज़ाइन किया गया है। शुरूआती चरण से हिंदी सीखने की इच्छा रखने वाले सभी लोगों के लिए यह भी उपयोगी है

https://play.google.com/store/apps/details?id=lila.sample1

 

सी.एस.टी.टी. ग्लोसरी नामक मोबाइल ऐप

तकनीकी शब्दावली आयोग, भारत सरकार ने सी.एस.टी.टी. ग्लोसरी नामक मोबाइल ऐप बनाया है। सभी भारतीय भाषाओं के लिए शब्दावली विकसित करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने 1 अक्टूबर 1961 को एक समिति की सिफ़ारिश पर भारत के संविधान के अनुच्छेद 344 के अनुच्छेद 4 के तहत वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली [सीएसटीटी] के स्थायी आयोग की स्थापना की और राष्ट्रपति के आदेश 27 अप्रैल 1960जारी किया। इस शब्दावली आयोग का मुख्य कार्य मानक शब्दावली विकसित करना, प्रचार प्रसार और वितरण करना है। राज्य सरकारों, विश्वविद्यालयों और क्षेत्रीय पाठ्य पुस्तक बोर्ड, ग्रंथ अकादमियों के सहयोग से हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में संदर्भ सामग्री सहित वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली का विकास किया जा रहा है। वर्तमान में सीएसटीटी उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सकार के मुख़्यालय के साथ नई दिल्ली में बीस राज्य गठबंधन अकादमियों, राज्य पाठ्य पुस्तक बोर्ड, विश्वविद्यालय कक्ष इत्यादि के साथ काम कर रहा है; टर्मिनोलॉजी कमीशन से भी जुड़ा हुआ है। सीएसटीटी द्वारा टविकसित मानक शब्दावली के उपयोग के साथ हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में यूनिवर्सिटी लेवल टैक्स्ट बुक्स, संदर्भ सामग्री का उत्पादन करने का उनका मुख्य उद्देश्य है। आज तक सीएसटीटी ने विभिन्न विषयों और विभिन्न भाषाओं में लगभग आठ लाख तकनीकी शब्दों की शब्दावली को मानकीकृत किया है। सीएसटीटी ने प्रशासनिक और विभिन्न विभागीय शब्दावली का भी ख़्याल रखा है जिनका व्यापक रूप से विभिन्न सरकारी विभागों, संस्थानों, अनुसंधान प्रयोगशालाओं, स्वायत्त संगठन, पीएसयू आदि द्वारा उपयोग किया जाता है। 

https://play.google.com/store/apps/details?id=com.cstt

भारतीय रेल द्वारा विकसित राजभाषा हिंदी ऐप:

यह रेलवे कर्मचारियों के लिए आधिकारिक कामकाज में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए एक एप्लिकेशन है

  1. संघ की राजभाषा नीति: इसमें राजभाषा सम्बन्धी संव्याधानिक संवैधानिक प्रावधानों, प्रादेशिक भाषाओं, राजभाषा अधिनियम 1963, राजभाषा संकल्प, राजभाषा नियम तथा राष्ट्रपति के आदेशों की जानकारी दी गयी है। 

  2. राजभाषा सम्बन्धी प्रतियोगिताएँ। पुरस्कार। प्रोत्साहन योजनाएं: रेल मंत्रालय तथा रेलों पर राजभाषा के प्रयोग प्रसार को बढ़ावा देने के लिए लागू विभिन्न प्रतियोगिताओं। पुरस्कार। प्रोत्साहन योजनाओ की जानकारी दी गयी है। 

  3. द्विभाषी पदनाम: रेलवे बोर्ड तथा रेलो के द्विभाषी पदनामों का संकलन। 

  4. द्विभाषी वाक्यांश: सरकारी काम काज में प्रयुक्त वाक्यांशों का हिंदी अंग्रेज़ी द्विभाषी संकलन। 

https://play.google.com/store/apps/details?id=in.org.cris.rajbhasha

मोबाइल पर गूगल अनुवाद ऐप:

गूगल प्ले स्टोर से गूगल ट्रासंलेट ऐप द्वारा अब आप टाइप करके 103 भाषाओं के बीच अनुवाद कर सकते हैं। गूगल ने भारतीय भाषाओं को लिए नए प्रोडक्ट और फीचर्स की घोषणा की है। गूगल ट्रांसलेट गूगल की नई न्यूरल मशीन ट्रांसलेशन तकनीक का इस्तेमाल करेगा। इसके तहत गूगल अंग्रेज़ी और भारत की 9 भाषाओं के बीच ट्रांसलेशन की सुविधा मुहैया कराएगा। गूगल अंग्रेज़ी और भारतीय भाषाओं जैसे हिंदी, बंगाली, मराठी, तमिल, तेलुगु, गुजराती, पंजाबी, मलयालम और कन्नड़ के बीच ट्रांसलेशन की सुविधा प्रदान कर रहा है। न्यूरल ट्रांसलेशन तकनीक पुरानी तकनीक से कहीं बेहतर काम करेगी। गूगल ने यह भी घोषणा की है कि वह न्यूरल मशीन ट्रांसलेशन तकनीक को गूगल क्रोम ब्राउज़र में पहले से आने वाले ऑटो ट्रांसलेट फ़ंक्शन में भी मुहैया कराएगा। इसके चलते भारतीय इंटरनेट पर मौजूद किसी भी पेज को भारत की कुल 9 भाषाओं में देख सकेंगे। ये नई ट्रांसलेशन सुविधा सभी यूज़र्स के लिए गूगल सर्च और मैप में भी उपलब्ध होगी। ये ट्रांसलेशन सुविधा डेस्कटॉप और मोबाइल दोनों पर मिलेगी। यह घोषणा ‘इंडियन लैंग्वेजेज़-डिफ़ाइनिंग इंडियाज़ इंटरनेट’ शीर्षक के साथ गूगल और केपीएमजी की साझा रिपोर्ट के ज़रिए की गई है। 

गूगल अब 9 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। इन भाषाओं में आप गूगल पर कंटेंट देख सकते हैं। इतना ही नहीं गूगल आपके लिए इन भाषाओं से अनुवाद भी करेगा। वो भी पूरे वाक्य, न कि टुकड़ों में। ये भाषाएँ हैं हिंदी, बंगाली, मराठी, तमिल, तेलगु, गुजराती, पंजाबी, मलयालम और कन्नड़। गूगल सर्च और गूगल मैप पर भी अनुवाद की ये सुविधा मिलेगी। मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों की फ़ॉर्मेट में अनुवाद की ये सुविधा है। गूगल के मुताबिक़ इस वक़्त अंग्रेज़ी के मुक़ाबले लोकल भाषाओं में के ज़्यादा भारतीय इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। अगले 4 साल में भारतीय भाषाओं में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले भारतीय की तादाद 30 करोड़ होने की उम्मीद है। केपीएमजी के साथ गूगल ने एक रिपोर्ट की है जिसके मुताबिक़ सबसे ज़्यादा तमिल, हिंदी, कन्नड़, बंगाली और मराठी जानने वाले लोग ऑनलाइन सेवाओं का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल करते हैं। 

अनुवाद करने के लिए टैप करें: किसी ऐप में टैक्स्ट कॉपी करें और आपका अनुवाद पॉप अप हो जाता है

  • ऑफलाइन: जब आपके पास इंटरनेट नहीं है तो 59 भाषाओं का अनुवाद करें

  • त्वरित कैमरा अनुवाद: 38 भाषाओं में तुरंत पाठ का अनुवाद करने के लिए अपने कैमरे का उपयोग करें

  • कैमरा मोड: 37 भाषाओं में उच्च गुणवत्ता वाले अनुवादों के लिए टैक्स्ट की तस्वीरें लें

  • वार्तालाप मोड: 32 भाषाओं में दो-तरफ़ा तत्काल भाषण अनुवाद

  • हस्तलेखन: 93 भाषाओं में कीबोर्ड का उपयोग करने के बजाय स्क्रिन पर हाथ से लिखें। 

  • वाक्यांश पुस्तिका: किसी भी भाषा में भविष्य के संदर्भ के लिए अनुवाद करें और अनुवाद सहेजें

निम्नलिखित भाषाओं के बीच अनुवाद किया जा सकता हैं:

अफ़्रीकी, अल्बानियाई, अम्हारिक, अरबी, अर्मेनियाई, अज़रबैजानी, बास्क, बेलारूसी, बंगाली, बोस्नियाई, बल्गेरियाई, कैटलन, सेबूआ, चिचेवा, चीनी (सरलीकृत), चीनी (पारंपरिक), कोर्सीकन, क्रोएशियाई, चेक, डेनिश, डच, अंग्रेज़ी, एस्पेरांतो, एस्टोनियाई, फिलिपिनो, फ़िनिश, फ़्रेंच, फ़्रिसियाई, गैलिशियन, जॉर्जियाई, जर्मन, ग्रीक, गुजराती, हैतीयन क्रेओल, होसा, हवाईयन, हिब्रू, हिंदी, ह्मोंग, हंगरी, आइसलैंडिक, इग्बो, इंडोनेशियाई, आयरिश, इतालवी, जापानी, जावानी, कन्नड़़, कज़ाख, खमेर, कोरियाई, कुर्द (कुरमानजी), किर्गिज़, लाओ, लैटिन, लातवियाई, लिथुआनियाई, लक्ज़मबर्ग, मैसेडोनियन, मलागासी, मलय, मलयालम, माल्टीज़, माओरी, मराठी, मंगोलियाई, म्यांमार (बर्मीज़), नेपाली, नॉर्वेजियन, पश्तो, फ़ारसी, पोलिश, पुर्तगाली, पंजाबी, रोमानियाई, रूसी, सामोन, स्कॉट्स गेलिक, सर्बियाई, सेसोथो, शोना, सिंधी, सिंहला, स्लोवाक, स्लोवेनियाई, सोमाली, स्पेनिश, सुंडानी, स्वाहिली, स्वीडिश, ताजिक, तमिल, तेलुगु, थाई, तुर्की, यूक्रेनी, उर्दू, उज़्बेक, वियतनामी, वेल्श, झोसा, येहुदी, योरूबा, ज़ुलू

अनुमति नोटिस

Google अनुवाद निम्नलिखित सुविधाओं तक पहुँचने के लिए अनुमति माँग सकता है:

  • भाषण अनुवाद के लिए माइक्रोफोन

  • कैमरे के माध्यम से पाठ का अनुवाद करने के लिए कैमरा

  • पाठ संदेशों का अनुवाद करने के लिए एसएमएस

  • ऑफ़लाइन अनुवाद डेटा डाउनलोड करने के लिए बाहरी संग्रहण (एक्सटर्नल मेमरी) 

  • डिवाइस पर साइन-इन और समन्वयन के लिए खाते की अनुमति और प्रमाण-पत्र

https://play.google.com/store/apps/details?id=com.google.android.apps.translate

संदेश पाठक:

भारत सरकार ने राष्ट्रीय मोबाइल प्रशासन योजना के तहत अनेक मोबाइल ऐप प्रदान किए है। इस योजना के अंतर्गत एस.एम.एस. पढ़ने वाला संदेश पाठक ऐप गूगल प्ले स्टोअर पर उपलब्ध है। संदेश पाठक एक भारतीय भाषा एसएमएस रीडर है। यह आने वाले एसएमएस को कैप्चर करता है और इसे उच्च स्वर में पढ़ता है। वर्तमान में यह आठ भारतीय भाषाओं (जैसे हिंदी, मराठी, बंगाली, गुजराती, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़) और भारतीय अंग्रेज़ी (अंग्रेज़ी-हिंदी, अंग्रेज़ी-तमिल और अंग्रेज़ी-तेलुगू) के तीन स्तर पर उपलब्ध है। भाषा का चयन करने के लिए विकल्प हैं और आवाज़ की गति (सामान्य, धीमी, धीमी, तेज़, अधिक तेज़) का चयन करें। उपयुक्तता के अनुसार उपयोगकर्ता आवाज़ की गति समायोजित कर सकता है। 

 

https://apps.mgov.gov.in/details;jsessionid=D19B3394AEB6DFFB1B789EB11E3973D8?appid=527

राष्ट्रीय मोबाइल गवर्नेस सेवा पहल: 

मोबाइल गवर्नेंस (एम गवर्नेंस): मोबाइल सेवा देश में मोबाइल गवर्नेंस (एम गवर्नेंस) को मुख्य धारा शामिल करने के उद्देश्य से भारत सरकार की एक अभिनव पहल है। इसका उद्देश्य वायरलेस और नई मीडिया प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मों, मोबाइल उपकरणों के माध्यम से सभी नागरिकों और व्यवसायों के लिए सार्वजनिक सूचना और सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए है। इसका उद्देश्य देश में मोबाइल फोन के उपयोग के माध्यम से विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, देश के सभी नागरिकों को लोक सेवाओं की पहुँच को व्यापक बनाने है। यह सार्वजनिक सेवाएँ प्रदान करने में मोबाइल अनुप्रयोगों की अभिनव क्षमता भी प्रदान करता है। इसकी समग्र रणनीति भारत को मोबाइल शासन की क्षमता का दोहन समावेशी विकास के लिए करने में एक विश्व नेता बनाने की है। यह पहल इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा तैयार की गई है। प्रगत संगणन विकास केंद्र (सी-डैक), एक इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग संगठन, इस परियोजना के लिए तकनीकी कार्यान्वयन एजेंसी है। 

मोबाइल सेवा एसएमएस, यूएसएसडी, आईवीआरएस, सीबीएस, एलबीएस, और मोबाइल अनुप्रयोगों द्वारा देश के नागरिकों और व्यवसायों के लिए सार्वजनिक सेवाओं के वितरण के लिए सरकारी विभागों और एजेंसियों को एक एकीकृत मंच प्रदान करता है। इस योजना के अंतर्गत विस्तृत मोबाइल ऐप की शृंखला ऐप स्टोअर में उपलब्ध है। इसमें अनेक ऐप हिंदी के माध्यम से तैयार किए है जो आम जनता के प्रयोग के लिए अत्यंत उपयोगी है। 

https://mgov.gov.in/about

भाषा संगम ऐप के बारे में:

भाषा संगम ऐप भारत सरकार द्वारा विकसित एक मुफ़्त भाषा सीखने वाला ऐप है। यह ऐप भारत की सभी 22 आधिकारिक भाषाओं को सीखने की सुविधा देता है। ऐप को विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लोगों के बीच आपसी बातचीत और पारस्परिकता को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। 

ऐप की विशेषताएँ

भाषा संगम ऐप की कुछ प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं:

  • पूर्ण पाठ्यक्रम को पाठ मानचित्र जैसे गेम में डिज़ाइन किया गया है।! यह सीखने को अधिक आकर्षक और सुलभ बनाता है। 

  • प्रत्येक पाठ उपयोगकर्ता की सटीकता के स्तर के आधार पर वैयक्तिकृत होता है।! यह सुनिश्चित करता है कि उपयोगकर्ता अपनी गति से सीखें। 

  • दैनिक अभ्यास शामिल है। यह उपयोगकर्ताओं को अपनी सीखने की गति बनाए रखने में मदद करता है। 

  • प्रत्येक वाक्यांश के लिए दिलचस्प छवियाँ भी दी गई हैं। यह कनेक्शन स्थापित करने और सीखने को अधिक प्रभावी बनाने में मदद करता है। 

  • विभिन्न संस्कृतियों को चित्रित करने के लिए डिज़ाइन किए गए 44 अद्वितीय पात्र हैं। यह उपयोगकर्ताओं को भारतीय संस्कृति के बारे में जानने में मदद करता है। 

  • शिक्षार्थियों को भारतीय संस्कृति के क़रीब लाने के लिए सभी भाषाओं में 500+ सांस्कृतिक सुझाव शामिल हैं।!

  • प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के बाद त्वरित प्रतिक्रिया दे सकते हैं। यह उपयोगकर्ताओं को अपनी समझ का परीक्षण करने और सीखने के अवसरों में सुधार करने में मदद करता है। 

  • अपनी प्रगति को ट्रैक करने के लिए प्रत्येक पाठ के पूरा होने पर स्टार स्कोर प्रदर्शित किया जाता है। यह उपयोगकर्ताओं को अपनी प्रगति को ट्रैक करने और प्रेरित रहने में मदद करता है। 

भाषा संगम ऐप का उपयोग क्यों करें?
भाषा संगम ऐप का उपयोग करने के कई लाभ हैं। यह उपयोगकर्ताओं को निम्नलिखित में मदद कर सकता है:

  • दूसरी भाषा सीखें। 

  • !विभिन्न संस्कृतियों के बारे में जानें।

  • !अपने करियर के अवसरों का विस्तार करें।

  • !अपनी सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन की गुणवत्ता में सुधार करें।

यदि आप एक नई भाषा सीखना चाहते हैं या भारतीय संस्कृति के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो भाषा संगम ऐप एक बढ़िया विकल्प है। यह ऐप मुफ़्त है और उपयोग करना आसान है। 

https://ekbharat.gov.in/bhasaSangam/index.html

विजय प्रभाकर नगरकर
सेवा निवृत्त राजभाषा अधिकारी,
भारत संचार निगम लि., 
अहमदनगर- 414001 महाराष्ट्र
मो- 09422726400
ईमेल- vpnagarkar@gmail.com
 

 

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