सर्वश्रेष्ठ रचना
काव्य साहित्य | कविता डॉ. आरती स्मित15 May 2022 (अंक: 205, द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)
(प्रेषक: अंजु हुड्डा)
वह गूँध रही ख़ुशियाँ और सपने
काट रही बाधाएँ
झाड़ रही मन के मैल
बुहार रही घर के क्लेश
और अब
धुल रही बासी सोच
चमका रही मेधा
उसने सहेज लीं संवेदनाएँ
ठीक कीं विचारों की सिलवटें
समेट दिए अविश्वास
धुल दिए मन-प्राण सबके
और अब
लिख रही लेखा-जोखा
वर्तमान और भविष्य का
वह हटा रही अपनी आरजुएँ
सजा रही बच्चों के सपने
उम्मीदें और मुस्कान
और अब
उखाड़कर खर-पतवार
बना दी है समतल राह
वह
ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना!
सबसे प्यारा सम्बन्ध
और संबोधन!
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