गाँव-4
काव्य साहित्य | चोका भीकम सिंह1 Apr 2023 (अंक: 226, प्रथम, 2023 में प्रकाशित)
स्वेद में पले
मिट्टी में ढले हुए
खेतों के सारे
मसले टाले गए
कभी तंबू में
कभी फ़ुटपाथ पे
काली सूची में
कुछेक डाले गए
छीन-छीन के
उनके ही निवाले
शिवाले पाले गए।
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