तिमिर
काव्य साहित्य | कविता भीकम सिंह15 Nov 2022 (अंक: 217, द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)
घृणा
फैलाने के हुनर
सिखा रहे शिविर।
चाँद तारे
सपनों में गये
रात में ठहरा है तिमिर।
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