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नासमझ लोग

 

“देखिए तो अपने दोस्त को! कैसे ठूँस-ठूँस कर खा रहा है . . . लग ही नहीं रहा कि उसकी बीवी को गुज़रे अभी तीन-चार ही महीने हुए हैं। पति लोग तो इतनी प्यार करने वाली व ख़ूबसूरत पत्नी के जाने के बाद बरसों खाना-पीना भूल जाते हैं।” 

“अरी भागवान, किसी की निंदा करने या हँसी उड़ाने से पहले असल बात तो जान लिया करो। यह सच है कि बहुत से लोग अपनों के अचानक दुनिया छोड़ जाने पर खाना-पीना भूल जाते हैं। लेकिन कुछ अभागे मेरे इस दोस्त की तरह भी होते हैं जो किसी हादसे के बाद अत्याहार विकार (binge eating disorder) या अनियंत्रित-जुनूनी विकार (OCD) जैसी बिमारियों का शिकार हो जाते हैं।”

“मैं भी कितनी नासमझ हूँ। और अपनी मूढ़ता पर वाक़ई शर्मिंदा हूँ कि जिसके प्रति मुझे संवेदना होनी चाहिए, पीठ पीछे उसकी बुराई कर रही थी।”

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