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शायरी - ग़ज़ल

क्ष ख् ज्ञ त्र श-ष श्र 1 2 3 4 5 6 7 8 9

  1. अंगूर की ये बेटी कितनी है ग़म कि मारी
  2. अंततः अब मिलना है उनसे मुझे
  3. अगर उन के इशारे इस क़दर मुबहम नहीं होंगे
  4. अगर लिखना मना है तो क़लम का कारख़ाना क्यों
  5. अगर सारा ज़माना चाहिए था
  6. अगर हम तुम्हें याद आने लगेंगे
  7. अगर है प्यार मुझसे तो बताना भी ज़रूरी है
  8. अच्छे बुरे की पहचान मुश्किल हो गई है
  9. अदालत की कहानी है
  10. अपना सब कुछ छोड़ रहा है
  11. अपनी आँखों  के मोती  को चुन-चुन  उठा लूँ मैं
  12. अपनी सरकार
  13. अपनी ख़बर मिली न पता आपका मुझे
  14. अपनी ज़ुल्फों को सितारों के हवाले कर दो
  15. अपने पास न रखो
  16. अब ख़ुशी की हदों के पार हूँ मैं
  17. अब तो आ बाद-ए- सबा इन बस्तियों के वास्ते
  18. अब दो आलम से सदा-ए-साज़ आती है मुझे
  19. अब मकाँ होते हैं कभी घर हुआ करते थे
  20. अम्बर धरती ऊपर नीचे आग बरसती तकता हूँ
  21. अवसर
  22. अश्क जब नैनों में आने लगते हैं 
  23. अश्क़ बन कर जो छलकती रही मिट्टी मेरी

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  1. आँखों में तेरे ही जलवे रहते हैं 
  2. आइने कितने यहाँ टूट चुके हैं अब तक
  3. आईने ने सुना दी कहानी मिरी
  4. आए मुश्किल
  5. आओ इक तस्वीर ले लें यार की हंसते हुए
  6. आज   फिर  सनम  हमें  उदास  रहने  दीजिए
  7. आज का राँझा हीर बेच गया
  8. आज कोई तो फैसला होगा
  9. आज तिरंगे को देखा
  10. आज हिंदी को बचाने कोई तो आगे बढ़ो
  11. आज फ़ैशन है
  12. आजकल
  13. आजकल जाने क्यों
  14. आज़माना ठीक नहीं
  15. आदमी प्यार में सोचता कुछ नहीं
  16. आप अगर हम को मिल गए होते
  17. आप आये तो बहारों के ज़माने आए 
  18. आप जब टकटकी लगाते हैं
  19. आप बीती
  20. आप रहिए तो सलामत ये दुआ कर जाऊँगा
  21. आपके साथ दिल लगाया है
  22. आपको आज इक नज़र देखा
  23. आपसे बात मेरी जो बनने लगी
  24. आबादियों से दूर जाना है मुझे 
  25. आम कीजिए मुझे ख़ास कौन कर गया
  26. आरज़ू इश्क़ की अब न है मुझे
  27. आवाज़ कौन
  28. आशना हो कर कभी नाआशना हो जायेगा
  29. आसमाँ   से  कोई  ज़मीं  निकले
  30. आसमाँ शक के घेरे में है
  31. आज़ादी के क्या माने वहाँ

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  1. इंसान को इंसान से इंसान कर
  2. इंसानियत के वाक़ये दुशवार हो गये
  3. इक कहानी तुम्हें मैं..
  4. इक तमाचा गाल पर तब मार जाती है हवा
  5. इक दूजे के साथ जनम भर हम दोनों
  6. इक न इक दिन
  7. इक बेटी की भाव भीनी श्रद्धांजलि
  8. इक मुसाफ़िर राह से भटका हुआ
  9. इक लगन तिरे शहर में जाने की लगी हुई थी
  10. इक साँस जी लिया है हर ग़म भुला दिया है
  11. इक ख़ुमारी रात की आँखों में भरता देखकर
  12. इतने गहरे घाव
  13. इतरा रही हवा है किस बात का नशा है
  14. इधर पुर में तो प्रदूषण बहुत है
  15. इन्सान की हर ख्वाहिश पूरी नहीं होती
  16. इलाही! चल  बता सबको  ज़रा
  17. इश्क़ में अब बग़ावत नहीं चाहिए
  18. इश्तिहार निकाले नहीं
  19. इश्क़
  20. इश्क़ तेरा दर्द-ओ-ग़म दे गया 
  21. इश्क़ तो इश्क़ है सबको इश्क़ हुआ है
  22. इश्क़ में जिसको मुबतला देखा
  23. इश्क़ में मैंने जफ़ा की 
  24. इश्क़ से गर यूँ डर गए होते
  25. इस गली में न उस डगर जाएँ
  26. इस ज़माने में भला कौन बुरा है मुझसे
  27. इस दुनियाँ-ए-फ़ानी में क्यूँ रोता है

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  1. ईमानदारी से चला

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  1. उजालों के ना जब तक आये पैग़ाम
  2. उठना   होगा   चलना  होगा
  3. उन दिनों ये शहर...
  4. उनकी अदाएँ उनके मोहल्ले में चलते तो देखते
  5. उनसे खाए ज़ख़्म जो नासूर बनते जा रहे हैं 
  6. उमर के साथ साथ किरदार
  7. उल्फ़त में बग़ावत की अदा आ के रहेगी
  8. उस शिकारी से ये पूछो
  9. उसके जाने से है ख़ला कोई 
  10. उसी को कुछ कहते अपना बुतखाना है
  11. उसे ग़ुस्से में क्या कुछ कह दिया था 

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  1. ए दिल मिरे तू बोल मैं कविता पे कविता क्या लिखूँ

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  1. ऐ मैगुसारों सवेरे सवेरे
  2. ऐ मौत अभी तू वापस जा

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  1. और हमको न कोई सताए

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  1. कंगला माला-माल बरस
  2. कच्चा पक्का मकान था अपना
  3. कटे थे कल जो यहाँ जंगलों की भाषा में
  4. कब किसी बंदूक या शमशीर ने रोका मुझे
  5. कब किसे ऐतबार होता है
  6. कब ये धरती और कब अंबर बचाना चाहती है
  7. कभी तो अपनी हद से निकल
  8. कभी तो रात की तन्हाइयाँ आवाज़ देती हैं
  9. कभी रातों को वो जागे
  10. कभी ख़ुद को ख़ुद से
  11. कल ज़मीं पर आज-से दंगल नहीं थे
  12. कह दिया वो साफ़ जो भाया नहीं
  13. कहाँ अपने नाम दम पर हम हैं
  14. कहाँ गुज़ारा दिन कहाँ रात
  15. कहें   कैसे   कि    मेरे   नैन    तर   नहीं  होते 
  16. कहो इश्क़ का आस्ताना कहाँ है
  17. क़ैद हैं . . .
  18. काम का है इश्क़ मेरे
  19. काम कैसा अजब कर गई ख़्वाहिशें
  20. काग़ज़ के फूल
  21. कि जो इंसाफ़ से नहीं  मिलता
  22. कितनी थकी हारी है ज़िन्दगी
  23. किताब देना 
  24. किन सरों में है . . .
  25. किनारे पर खड़ा क्या सोचता है
  26. किस किस को ले डूबा पानी 
  27. किस जन्म के पापों की मुझको मिल रही है यह सज़ा 
  28. किस तरह ख़ाना ख़राबां फिर रहें हैं हम जनाब
  29. किस क़दर है तुमने ठुकराया मुझे
  30. किसने कहा है आसमाँ, सारा उठा के चल
  31. किसी को जहाँ में किसी ने छला है
  32. किसे मैं सुनाऊँ ये ग़म का फ़साना
  33. कुछ इस तरह से ज़िन्दगी को देखना
  34. कुछ दुबके जज़ बात का ग़म है
  35. कुछ नये रिश्ते ढूँढ़ते हैं 
  36. कुछ मोहब्बत की ये पहचान भी है 
  37. कुछ सदा में रही कसर शायद
  38. कैसी  निगाह-ए-इश्क़ में  तासीर  हो  गई
  39. कोई अच्छी लगी है सूरत क्या
  40. कोई भी शख़्स  हर  मैदान  में  क़ाबिल  नहीं होता
  41. कोई सबूत न गवाही मिलती
  42. कोरे पन्नों पर रंगों-सी चुलबुल करतीं  बेटियाँ
  43. कौन अच्छा है ज़माने में बता
  44. कौन करता याद
  45. कौन कहता है हवा दीपक बुझाना चाहती है 
  46. कौन समझा है कौन जाना है
  47. क्या करूँ कोई मुझे जमता नहीं
  48. क्या पढूँ ग़ज़लें लिखूँ अशआर मैं
  49. क्या ज़रूरी किसी की चाह करो
  50. क़तरे को इक दरिया समझा
  51. क़ुसूर क्या है
  52. क़ैद ए ज़िन्दगी से हम क्यूँ रिहा ना हो जाएँ
  53. क़ौम की हवा

क्ष ऊपर

ख् ऊपर

  1. ख़त फाड़ कर मेरी तरफ़ दिलबर न फेंकिए
  2. ख़ुदा का ख़ौफ़ लोगों के दिलों में क्यूँ नहीं दिखता
  3. ख़ुदा की मेहरबानी या कोई इकराम समझेंगे 
  4. ख़ूबसूरत हैं तो होने दो नज़र में मेरे नइं
  5. खार राहों के फूलों में ढलने लगे
  6. खिलते  हुए  फूल  मुरझाने  लगे हैं
  7. खेलन को होली आज  तेरे  द्वार आया हूँ
  8. ख़त लिखना तुम
  9. ख़ामोशियाँ कहती रहीं सुनता रहा मैं रात भर
  10. ख़ुद को  ख़ुद  से ही जोड़ दे मुझको 
  11. ख़ुद को ऊँचा जो नाप जाता है
  12. ख़ुद से नज़रें चुराने के दिन आ गए
  13. ख़ुदनुमाई के कभी आलम नहीं थे
  14. ख़ुदा से है कोई ख़ारिज...
  15. ख़ुशबुओं की तरह महकते गए
  16. ख़ूबसूरत याद जब तन्हाई को महका गयी
  17. ख़्वाबों की फ़हरिस्त लगा दी

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  1. गर तू मुझसे बेख़बर आबाद है
  2. गर बेटियों का कत्ल यूँ ही कोख में होता रहेगा
  3. गर्व की पतंग
  4. गलियों गलियों हंगामा है
  5. गली कूचों में सन्नाटा बिछा है
  6. ग़ज़ल में नक़ल अच्छी आदत नहीं है
  7. ग़म नहीं हो तो ज़िंदगी भी क्या
  8. ग़म मिटाने की  दवा  सुनते  हैं  मयख़ाने में है
  9. गीत ग़ज़लों की ज़ुबाँ थे पहले
  10. गीत-ओ-नज़्में लिख उन्हें याद करते हैं
  11. गुज़र (गुज़ारा)
  12. गुनाह तो नहीं है मोहब्बत करना
  13. गुल को अंगार कर गया है ग़म
  14. गुफ़्तगू इससे भी करा कीजे
  15. गो कहीं से भी ख़ुशी ले आओ मेरे वास्ते

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  1. घर में तलाश कर लिये मौक़े शिकार के

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  1. चमकते चाँद सी मुस्कान फूलों सी हँसी उसकी 
  2. चमन में गया  दरबदर  मैंने देखा
  3. चरागाँ ये सूरज सितारे न होंगे
  4. चल चल रे मुसाफ़िर चल है मौत यहाँ हर पल
  5. चले आना तेरे रस्ते में मैं पलकें बिछाऊँगी
  6. चले हैं लोग मैं रस्ता हुआ हूँ   
  7. चाँद तारों का सफ़र कर लें हम
  8. चाँद बोला चाँदनी
  9. चाँद सितारों से क्या पूछें कब दिन मेरे फिरते हैं
  10. चाँद-सूरज  में  शरारत होती है
  11. चार पैसे जेब में हैं ख़्वाब मेरे ग़ैब में है
  12. चाह लम्बी तसल्ली छोटी थी
  13. चाहता तू जो है वो मैं अब नहीं 
  14. चाहे जिससे भी वास्ता रखना
  15. चाहे तो पीर-पयंबर-कि कलंदर देखो
  16. चिराग हो के न हो दिल जला के रखते हैं
  17. चूर है शीशा-ए-दिल एक नज़र और सही
  18. चोट गहरी है जो दिखती नहीं है
  19. चढ़ा था जो सूरज

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  1. छन-छन के हुस्न उनका यूँ निकले नक़ाब से
  2. छीनकर मुँह से निवाला आपने
  3. छुप के आता है कोई ख़ाब चुराने मेरे
  4. छोटी उम्र में बड़ा तजुर्बा.....
  5. छोटी सी बिगड़ी बात को सुलझा रहे हैं लोग
  6. छोटे   छोटे   पौधे   होते  हैं  यहाँ
  7. छोड़ो   कहने  को  सिर्फ़  बातें  हैं
  8. छोड़ते क्यों जा रहे अहबाब अपने

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  1. जंग छोड़कर जो भागे थे
  2. जनाज़े जा रहे हैं  डोलियों से 
  3. जब आप नेक-नीयत
  4. जब कभी मैं अपने अंदर देखता हूँ
  5. जब नहीं तुझको यक़ीं अपना समझता क्यूँ है
  6. जब पुराने रास्तों पर से कभी गुज़रे हैं हम
  7. जब भी लोग सीरत देखा करते हैं
  8. जब-जब मुझको है मिला
  9. जले जंगल में
  10. जवां हो प्यार तो किसको अदाकारी नहीं आती 
  11. जहाँ उम्मीद हो ना मरहम की
  12. जहाँ में इक तमाशा हो गए हैं
  13. ज़माने में चर्चा है रहता ख़बर में
  14. ज़रा मुस्कुराइये
  15. ज़िंदगी एक आह होती है
  16. ज़ुल्म कितना वो ज़ालिम करेगा यहाँ
  17. जा रहा हूँ अपने मन को मारकर यह याद रखना 
  18. जाड़ा
  19. जान उन बातों का मतलब
  20. जानता हूँ मैं किसी की लानतें अच्छी नहीं
  21. जाने कहाँ से पूतना बस्ती में आई है 
  22. जाने कितने ही उजालों का दहन होता है
  23. जिगर में प्यास हो तो अच्छा लगता है
  24. जिनको समझा नहीं अपने क़ाबिल कभी
  25. जिसे सिखलाया बोलना
  26. जैसा बोएँ वैसा प्यारे पाएँगे
  27. जैसा सोचा था जीवन आसान नहीं
  28. जो चिंतनशील थे इस देश के हालात को लेकर 
  29. जो जहाँ भी जहां से उठता है
  30. जो पल कर आस्तीनों में हमारी हमको डसते हैं
  31. जो मिरे सामने नज़ारा है
  32. जो लोग जान बूझ के नादान बन गए
  33. ज़माना क्या-क्या तेवर माँगता है
  34. ज़माना ख़राब है
  35. ज़माने से रिश्ता बनाकर तो देखो
  36. ज़मीं आसमान की ताक़त
  37. ज़िंदगी
  38. ज़िंदगी इक सफ़र  है नहीं और कुछ
  39. ज़िंदगी चलती रहेगी
  40. ज़िद की बात नहीं
  41. ज़िन्दगी का सामना बस इस तरह करते रहे
  42. ज़िन्दगी में अँधेरा . . .
  43. ज़िन्दगी में अन्धेरा
  44. ज़िन्दगी से लोग इतना डर गए
  45. ज़ुर्म की यूँ दास्तां लिखना
  46. ज़ेह्न में और कोई डर नहीं रहने देता
  47. ज़ख़्‍म भी देते हैं

ज्ञ ऊपर

ऊपर

  1. झूट जब बोला तो ताली हो गई
  2. झूठ को सच बनाइए साहब

ऊपर

  1. टूट जाने तलक गिरा मुझको
  2. टूटी कश्ती को किनारा कौन देगा

ऊपर

  1. ठहराव ज़िन्दगी में दुबारा नहीं मिला

ऊपर

  1. डरता है वो कैसे घर से बाहर निकले
  2. डूब चुके कितने अफ़साने
  3. डूबना था हमको देखो, पर किनारा बन गये

ऊपर

ऊपर

  1. तन्हा हुआ सुशील .....
  2. तबीयत हमारी है भारी
  3. तर्क ए वफ़ा
  4. तिरे ख़्याल के साँचे में ढलने वाली नहीं
  5. तुझ को हम पाने
  6. तुझको देखूँ तो सीने में
  7. तुझे दिल में बसाना चाहता हूँ
  8. तुम क्या आना जाना भूले
  9. तुम ने तो फेंक ही दिया जिस दिल को तोड़ कर
  10. तुम नज़र भर ये
  11. तुम पास मेरे आ रहे थे
  12. तुम, मानो या न मानो तुम
  13. तुमको दुबारा दिल्ली कभी भेजता नहीं
  14. तुम्हारी तरह झूठ गर हम भी बोलें
  15. तुम्हारी ये अदावत ठीक है क्या
  16. तुम्हारी शख़्सियत के मैं बराबर हो नहीं सकता
  17. तू नज़र आई न
  18. तू मेरे राह नहीं
  19. तेरी उस और की दुनियाँ से दूर हूँ
  20. तेरी दावत में गर खाना नहीं था
  21. तेरी दुनिया नई नई है क्या
  22. तेरी संगत से ही राहत होती है
  23. तेरी हर बात पर हम ऐतबार करते रहे
  24. तेरे आगोश में
  25. तेरे इंतज़ार में
  26. तेरे घर के सामने से गुज़र जाए तो क्या होगा 
  27. तेरे दर पे वो आ ही जाते हैं
  28. तेरे बग़ैर अब कहीं
  29. तेरे सपनों का दौर क्या होता

त्र ऊपर

ऊपर

  1. थक गया मैं
  2. थक गया हूँ ज़िन्दगी मैं भागते हुए 
  3. थककर चूर
  4. थोड़ा रब पर छोड़ दीजे

ऊपर

  1. दरीचा था न दरवाज़ा था कोई
  2. दर्द का दर्द से जब रिश्ता बना लेता हूँ
  3. दर्द को दर्द का एहसास कहाँ होता है
  4. दर्द-ए-दिल कौन जाने 
  5. दायरे शक के रहा बस आइना इन दिनों
  6. दिन बीता लो आई रात 
  7. दिल अगर बीमार सा है सोचिए
  8. दिल उनका भी अब इख़्तियार में नहीं है
  9. दिल कहाँ मुब्तिला है उसे क्या पता
  10. दिल का मेरे
  11. दिल का राज़ छुपाना था
  12. दिल की दिल में ही तो रह गई
  13. दिल के लहू में
  14. दिल नहीं है जाँ नहीं है पास में
  15. दिल भर आए तो क्या कीजिए
  16. दिल में मचलते हैं मेरे  अरमान क्या करें
  17. दिल लगाना  पड़ा  दिल दुखाना  पड़ा
  18. दिल है आईना-ए-हैरत से दो-चार आज की रात
  19. दिलबर की सूरत आँखों में तारी रख
  20. दिलबर तेरे ख़्याल का पैकर नहीं हूँ मैं
  21. दिललगी हो  रही है  सितम  के लिए 
  22. दीवारों से कान लगाकर बैठे हो
  23. दुःखों की बस्तियों में तो, बस आँसू का बसेरा है
  24. दुआ में तेरी असर हो कैसे
  25. दुनिया से जुदा प्यार का क़िस्सा है हमारा 
  26. दुनियाँ में ईमान धरम को ढोना मुश्किल है
  27. दूध पी के भी नाग डसते हैं
  28. दूर  मुझसे न  जा  वरना  मर जाऊँगा 
  29. दूर बस्ती से जितना घर होगा
  30. दे दिया उसने है ईंट गारा मुझे
  31. देख दुनिया . . . 
  32. देख, ऐसे सवाल रहने दे
  33. देखता ही रह गया
  34. देर तक
  35. दो किताबें हाथ में है
  36. दो दिलों में आशिक़ी का रंग वो पैदा हुआ 
  37. दोष किस का गुनाह किस का है
  38. दोस्तों को आज़माना सीख ले
  39. दौर कोई इम्तिहानी चाहिए

ऊपर

  1. धड़कन ज़रा रूहानी रखना 
  2. धुँधली धुँधली किसकी है तहरीर है मेरी
  3. धुआँ आग से जब फ़ना हो गया
  4. धोखा चमक दमक से उजाले का खा गए

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  1. न औरों की निंदा न मज़हब की बातें
  2. न चाहा बेवफ़ा की याद में
  3. न वापसी है जहाँ से वहाँ हैं सब के सब
  4. न ज़मीं से है मेरी गुफ़्तगू न ही आसमाँ से कलाम है
  5. नए मकां है
  6. नदी को जलधि में समाना
  7. नया सबेरा
  8. नये पत्ते डाल पर आने लगे
  9. नये साल में
  10. नये सफ़र की राह में, कोई मुझे मिला नहीं
  11. नहीं मिला कहीं भी कुछ अगरचे दर-ब-दर गए
  12. ना जाने  क्या  गुनाह  करने  की  बात है
  13. ना मिली छाँव कहीं यूँ तो कई शज़र मिले
  14. नाम लिक्खा छुरी, जिसने छूरी नहीं
  15. निगाह-ए-वस्ल ढूँढ़ती निशान-ए-हम-नफ़स यहाँ
  16. निभाने को रिश्ता झुका तो बहुत हूँ
  17. नूर चेहरे पे निगाहों में यक़ीं पाते हैं
  18. नूर-अफ़्शाँ/ शाम-ए-ग़म
  19. नूर-ए-ख़ुदा
  20. नज़र के सामने सोना पड़ा है

ऊपर

  1. पंख थे परवाज़ की हिम्मत ना हो सकी
  2. परवाने को उधर ही गुज़ारा दिखाई दे
  3. पा रहा दिल यहाँ साथ भरपूर है
  4. पृष्ठ तो इतिहास के जन-जन को दिखलाए गए
  5. पेश आते हैं वो प्यार से आजकल
  6. प्यार की तान जब लगाई है
  7. प्यार के ख़ुशनुमा ज़माने थे
  8. प्यार में उनसे करूँ शिकायत, ये कैसे हो सकता है
  9. प्यार में सुख कभी नहीं मिलता 
  10. प्यार से रोशन ख़ुदाया

ऊपर

  1. फिर पुरानी राह पर आना पड़ेगा
  2. फूल  खिलते हैं  बाग़ों  में  जब  दोस्तो
  3. फूल उनके हाथ में जँचते नहीं
  4. फूल पत्थर में खिला देता है
  5. फूल महके यूँ फ़ज़ा में रुत सुहानी मिल गई
  6. फूलों की आरज़ू में बड़े ज़ख्म खाए हैं
  7. फूलों की टहनियों पे नशेमन बनाइये
  8. फ़िसादो दर्द और दहशत में जीना
  9. फ़ुरसत से घर में आना तुम
  10. फ़ैसला कैसे करेगा वो
  11. फ़ैसले की घड़ी जो आयी हो

ऊपर

  1. बंजर ज़मीं
  2. बच तो नहीं सकेंगे कॅरोना के जाल से 
  3. बचे हुए कुछ लोग ....
  4. बड़े कितने भी हो जाएँ पिता का डर नहीं जाता 
  5. बदल गई है लय जीवन की...
  6. बदली निगाहें वक़्त की क्या क्या चला गया
  7. बस फ़क़त अटकलें लगाते हैं
  8. बस इतना जानता हूँ आप का हूँ 
  9. बस ख़्याल बुनता रहूँ
  10. बस ख़्याले बुनता रहूँ
  11. बहता रहा जो दर्द का सैलाब था न कम
  12. बहारों का आया है मौसम सुहाना
  13. बहुत होता सरल अपनी अना से दूर हो जाना
  14. बात  सच्ची  कहो  पर  अधूरी   नहीं
  15. बात करने को करेंगे और कहने को कहेंगे
  16. बात की बात
  17. बाद मेरे सुनाया जायेगा
  18. बादल मेरी छत  को भिगोने नहीं आते
  19. बारिश की ऋतु आ गई
  20. बारिशें . . .
  21. बारिशों में भीग जाना सीखिये
  22. बिना कुछ कहे सब अता हो गया
  23. बिना तेल के दीप जलता नहीं है
  24. बिसर   जाए   तेरा    चेहरा    दुहाई   हो
  25. बुढ़ापे में  उसका  नहीं  कोई सानी
  26. बुनियाद में
  27. बे सबब जो सफ़ाई देता है
  28. बे-वफ़ा हो या बा-वफ़ा हो तुम
  29. बे-सबब मुस्कुराना नहीं चाहिए
  30. बेवजह तो बात मैं करता नहीं
  31. बेवफ़ा है वो वफ़ा कैसे करूँ
  32. बेवफ़ाई की अदा जाती नहीं
  33. बेवफ़ाओं से मुहब्बत 
  34. बेहतर है
  35. बोतलें ख़ाली पड़ी हैं घर में क्यों
  36. बज़्म में गीत गाता हुआ कौन है
  37. बड़े हौले से उसने आज मेरा हाथ छोड़ा है

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  1. भटकते रास्ते हैं और दिल में ग़म-ऐ-जानां है
  2. भटके हैं तेरी याद में जाने कहाँ कहाँ
  3. भरी जवानी में
  4. भरे ग़म के ये नज़ारे समझ नहीं आते
  5. भाइयों की आपसी तकरार से डरने लगे हैं 
  6. भूल कर भेदभाव की बातें 

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  1. मक्कार चोर धूर्त
  2. मछेरा ले के जाल आया है
  3. मज़हबी
  4. मज़े में सुहाना सफ़र कीजिए 
  5. मदरसे में ये पढ़ा जाता नहीं 
  6. मर्द
  7. मस'अला तो है अना का
  8. मसअले मेरे सभी हल हो गए
  9. मस्ख़रों ने भी मज़े मेरे लिए
  10. माकूल जवाब 
  11. मान लूँ मैं ये करिश्मा प्यार का कैसे नहीं
  12. मानवता है बिखर गई
  13. मायूस न हो ऐ दिल
  14. मिरी लाडली है मेरी जान है तू 
  15. मिल रही है शिकस्त
  16. मिली भगत सरकार से है
  17. मिले हैं सिलसिले ग़म के मुहब्बत के समंदर में
  18. मीर ग़ालिब की नस्लें चैट जीपीटी वाले शायर बनेंगे 
  19. मुझको अपना एक पल...
  20. मुझको उसकी ख़बर नहीं मालूम
  21. मुझको गिरके ही तो उठना है
  22. मुझपे मौला करम की नज़र कीजिए
  23. मुझसे आख़िर  वो  ख़फ़ा क्यूँ है,
  24. मुझे तुम से मुहब्बत है
  25. मुझे रास आई न दुनिया तुम्हारी
  26. मुड़के देखा नहीं मुस्कुराए नहीं
  27. मुल्क तूफ़ाने - बला की ज़द में है
  28. मुसीबत में भी तनती जा रही हूँ
  29. मुहब्बत इनायत दुबारा न कर दे
  30. मुहब्बत और अखुव्वत के गुलो गुलशन खिलाने हैं
  31. मुहब्बत का सबक़ पहला यही है
  32. मुहब्बत का ही इक मोहरा नहीं था
  33. मुहब्बत में ख़ुशी और दर्द का रिश्ता पुराना है
  34. मुक़द्दर में सभी के बेटियाँ
  35. मुफ़्त चंदन
  36. मेरा मकान है
  37. मेरा यक़ीन, हौसला, किरदार देखकर
  38. मेरा सफ़र भी क्या ये मंज़िल भी क्या तिरे बिन
  39. मेरी आरज़ू   रही  आरज़ू
  40. मेरी नज़रें अब उसको परखना चाहती है
  41. मेरे   दिल   में   भी  आ  के  रहा  कीजिए
  42. मेरे अरमानों की अर्थी इस तरह से ना उठाओ 
  43. मेरे गीतों मेरी ग़ज़लों को रवानी दे दे
  44. मेरे शहर में
  45. मेरे क़द से . . . 
  46. मैं इश्क़ का परस्तार हूँ
  47. मैं उसे यूँ ही मिला था कारवाँ में 
  48. मैं कभी साथ तेरा निभा ना सका 
  49. मैं जानता था उसने ही बरबाद किया है
  50. मैं तन्हा हूँ ये दरिया में
  51. मैं तिरे नज़दीक़ आना चाहती हूँ
  52. मैं तो एक दिवाना हूँ
  53. मैं पिघलता जा रहा हूँ अक्स से
  54. मैं बचा इश्क़ के अज़ाबों से
  55. मैं मुहब्बत को हवस क्यों ना कहूँ
  56. मैं शायर हूँ दिल का जलाया हुआ
  57. मैं सपनों का ताना बाना
  58. मैं सब की नज़रें बचाकर छुपाकर देखता हूँ 
  59. मैं सफ़र से ऐसे गुज़र गया
  60. मैं फ़रेबी हूँ जहाँ का
  61. मैंने कोई वबाल जो पैदा नहीं किया
  62. मोहब्बत से दामन बचाना हमारा
  63. मौत तो बस अब बहाना हो गया 
  64. मौसम बदलने लगा
  65. मौसम बदला सा
  66. मज़हबी टेहनी पे गुल फूटेंगे अभी और

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  1. यह उजाला तो नहीं ‘तम’ को मिटाने वाला
  2. यहाँ ख़ामोश नज़रों की गवाही
  3. या बहारों का ही ये मौसम नहीं
  4. या मकानों का सफ़र अच्छा रहा
  5. याद आये तो
  6. याद की बरसातों में
  7. याद भी आते क्यूँ हो
  8. यूँ  तेरी याद से राब्ता रह गया 
  9. यूँ आप नेक-नीयत
  10. यूँ उसकी बेवफाई का मुझको गिला न था
  11. यूँ भी कोई
  12. यूँ ही रोज़ हमसे, मिला कीजिए
  13. ये अब कैसा ज़माना  चल  रहा  है
  14. ये कौन छोड़ गया इस पे ख़ामियाँ अपनी
  15. ये घातों पर घातें देखो
  16. ये चुभन है इश्क़ की इस से ज़ियादा कुछ नहीं
  17. ये ज़िंदगी तो सराबों का सिलसिला सा है
  18. ये धूपछाँव क्या है ये रोज़ोशब क्या है
  19. ये मस्त हुस्न तेरा
  20. ये है निज़ाम तेरा
  21. ये ज़ख़्म मेरा
  22. यक़ीं जिसको ख़ुदा पर है कभी दुख में नहीं रोता

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  1. रंग बदलूं कि रोशनी बदलूं
  2. रग-रग के लहू से लिक्खी है
  3. रहती है मंज़िल मेरी मुझसे आगे
  4. रात  की  याद  में  दिन  गुज़ारा  गया
  5. रात-दिन यूँ बेकली अच्छी है क्या 
  6. रास्ता किस जगह नहीं होता
  7. राह में हम अपनी ही दीवार बन कर रह गये
  8. राह ख़ुदा की पाई है
  9. राज़ अपने तुमको बताती गयी
  10. रिश्तों की टूटन को कितना कम कर देता है
  11. रुक गया है कारवाँ  इतवार  कैसे हो गया
  12. रुत बहारों की सुहानी चाहिए
  13. रुदन है तो हँसाना है
  14. रुलाया था बहुत तुमने, जो मेरे दिल को तोड़ा था
  15. रूठकर न जाओ हँस के जाओ बुरा क्या है
  16. रूठे से ख़ुदाओं को
  17. रोक लो उसे
  18. रोगी को मर्ज़ की कुछ दवा चाहिए
  19. रोने की हर बात पे
  20. रोशनी के साए में
  21. रोशनी देने इस ज़माने को
  22. रोशनी लाती है दीवाली
  23. रोज़ जोश-ए-जुनूँ आए
  24. रोज़ पढ़ता हूँ भीड़ का चेहरा

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  1. लकीर कागज़ पर
  2. लग रहा था कि घर में तन्हा हूँ
  3. लम्हा इक छोटा सा फिर उम्रे दराज़ाँ दे गया
  4. लाभ का हिस्सा बड़ा जाता है जिन व्यापारियों तक 
  5. ली गई थी जो परीक्षा वो बड़ी भारी न थी
  6. लुट गयी मेरी दुनिया मैं रोया नहीं
  7. लुटती है रोज़ प्यार की बारात देखिये
  8. लेकर निगाह-ए-नाज़ के ख़ंजर नए-नए
  9. लेकिन तुम्हें दिल से भुलाना कठिन है
  10. लोग हसरत से हाथ मलते हैं

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  1. वक्त की गहराइयों से
  2. वक्‍़त भी कैसी पहेली दे गया
  3. वतन का खाकर जवाँ हुए हैं
  4. वफ़ा में चूर गर ये आपकी फ़ितरत नहीं होती
  5. वस्ल में उनकी तबीयत फ़ाम कर लें
  6. वही अपनापन ...
  7. वही ग़लती दुबारा क्यूँ करे कोई
  8. वाल्मीकि
  9. वो आहें भी तुम्हारी थी ये आँसू भी तुम्हारे हैं 
  10. वो इश्क़ के क़िस्से
  11. वो इश्क़ के क़िस्से
  12. वो चलाये जा रहे दिल पर
  13. वो जो एक दिवाना है
  14. वो जो मोहब्बत की तक़दीर लिखता है
  15. वो नर्म नाज़ुको बिस्तर उठाने वाला है
  16. वो ना महलों की ऊँची शान में है
  17. वो परिंदे कहाँ गए
  18. वो बचा रहा है गिरा के जो
  19. वो बातें तेरी वो फ़साने तेरे
  20. वो लम्हा जो तुमको छूकर जाता है
  21. वो हवा शोख पत्ते उड़ा ले गई
  22. वो ही चला मिटाने नामो-निशां हमारा
  23. वक़्त उड़ता सा चला जाता है
  24. वक़्त के साँचे में ढल कर
  25. वक़्त बहुत ही झूठा निकला

श-ष ऊपर

  1. शजर अपनी ज़िंदगी की भीख हर दिन माँगते हैं 
  2. शजर से नये फल निकल आते हैं
  3. शमशीर हाथ में हो
  4. शराफ़त का जो गाएगा तराना
  5. शहर में ये कैसा धुँआ हो गया
  6. शायर बहुत हुए हैं जो अख़बार में नहीं
  7. शिकवा गिला मिटाने का त्योहार आ गया

श्र-श ऊपर

ऊपर

  1. सकूनबख़्श नज़ारे ख़रीद लेता है 
  2. सच के लिये
  3. सच को लगती आज गवाही
  4. सनम जबसे पर्दा उठाने लगे हैं
  5. सब खामोश हैं यहाँ कोई आवाज नहीं करता
  6. सबकी नज़रों का सवाल
  7. सबकी सुनना, अपनी करना
  8. सबको  सबकुछ रहबर   नहीं देता
  9. सबसे दिल का हाल न कहना
  10. सबू को दौर में लाओ बहार के दिन हैं
  11. समझौते की कुछ सूरत देखो
  12. सरगोशियाँ हर ओर हैं
  13. सर्द   मौसम   में  मैं तन्हा रह गया
  14. सहरा कहीं हयात कहीं दाम आ पड़ा 
  15. सहूलियत की ख़बर
  16. साँप की मानिंद वोह डसती रही
  17. साँस जाने बोझ कैसे...
  18. साँसों में जब तक रफ़्तारी रहती है
  19. साथ गर आपका नहीं होता
  20. साथ मेरे पुरखों का, इक निशान रहने दो
  21. साथ मेरे रही उम्र भर ज़िंदगी
  22. साथ मेरे हमसफ़र
  23. साथ-साथ सब क़दम उठें
  24. सामने काली अँधेरी रात गुर्राती रही
  25. साया बनकर साथ चलेंगे
  26. सारा दिन घर में शोर करते हैं 
  27. सारे जहाँ में कोई अपना नहीं हमारा
  28. साग़र से लब लगा के बहुत ख़ुश है ज़िन्दगी
  29. सिखाना छोड़, होंठों पर उसी का नाम रहने दे
  30. सिर्फ ख़यालों में न रहा कर
  31. सिर्फ़ ईमान बचा कर मैं चला जाऊँगा
  32. सिला
  33. सीखे नहीं सबक़ भी
  34. सीधी बातें सच्ची बातें
  35. सुख कम हैं, दुःख हज़ार
  36. सुन तो सही जहां में है तेरा फ़साना क्या
  37. सुन मीठे बोल बिका है शायद
  38. सुना है  सबको  भा  चुका हूँ  मैं
  39. सुनो तो मुझे भी ज़रा तुम
  40. सूरज की हर किरन तेरी सूरत पे वार दूँ
  41. सूरत बदल गई कभी
  42. सूर्य से भी पार पाना चाहता है
  43. सो नहीं मैं पाता हूँ
  44. सोच की सीमाओं के बाहर मिले
  45. सोया हूँ मैं मरा नही हूँ मैं
  46. सफ़र में

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  1. हँस के बोला करो बुलाया करो
  2. हँसती गाती तबीयत रखिये
  3. हथेली में सरसों कभी मत उगाना
  4. हम कहीं भी रहें माँ की दुआ साथ रहती है
  5. हम खिलौनों की ख़ातिर तरसते रहे
  6. हम जिए जाएँ लम्हें हर..
  7. हम तो तन्हाई में गुज़ारा कर गए 
  8. हम तो समझते थे  हम एक उल्लू हैं
  9. हम ने ख़ुश रह के  कमी  देखी है
  10. हम पुकारा किए ज़िंदगी ज़िंदगी
  11. हम ले के अपना माल जो मेले में आ गए
  12. हम ग़रीबों की कहानी आप से मिलती नहीं
  13. हम ज़िन्दगी के साथ चलते चले गये
  14. हमने    देखे     हैं    कई   रंग   ज़माने   वाले
  15. हमें क्या देखना था क्या हमें दुनिया दिखाती है 
  16. हमेशा दोष मेरा ही रहा है
  17. हर किसी से न वास्ता रखना
  18. हर कोई कह रहा है दीवाना मुझे
  19. हर गली के छोर पर चलते हैं ख़ंजर 
  20. हर चेहरे पर डर दिखता है
  21. हर जगह हर पल तुझे ही ढूँढती रह जाएगी
  22. हर तरफ़ ये मौत का जो ख़ौफ़ है छाया यहाँ
  23. हर दम मेरे पास रहा है
  24. हर शब ख़याले-यार के इज़हार में रहा
  25. हर सम्त इन हर एक पल में शामिल है तू
  26. हर सू हर शै में हमको वो दिखते हैं
  27. हवा के साथ मिलकर पंछियों के पर को ले डूबा 
  28. हसरतों की इमलियाँ
  29. हसरतों के इस जहाँ में मैं कहाँ हूँ और क्या हूँ
  30. हसीं-घरों में वो शीशे दिखाई देते हैं
  31. हाँ में हाँ कहने की आदत अब नहीं
  32. हाँ यही ख़ुद से रिश्ता मेरा जोड़ दे
  33. हाथ पकड़कर अनुज को अपने, जो चलना सिखलाते हैं
  34. हाल
  35. हाल सबका ब-हाल है कि नहीं
  36. हुई ग़ायब सआदत है
  37. हुस्न क्या है रूह के आगे बता
  38. हुज़ूर, आप तो जा पहुँचे आसमानों में
  39. है इश्क़ अब ताजिराना कैसा 
  40. है उजाले का निमंत्रण...
  41. है ख़ाली अभी सर में सौदा नहीं है 
  42. है ये फ़ासलों की चाहत हमें रास्ता बना लो
  43. हैं आँखें बहुत कुछ जताने को आतुर
  44. हैं नहीं मगर वो समझते हैं
  45. हो मुश्किल तो एक इशारा करना
  46. हक़ीक़त है क्या, दिल्लगी जानते हैं?
  47. हज़ार क़िस्से सुना रहे हो

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