अन्तरजाल पर
साहित्य-प्रेमियों की विश्राम-स्थली

काव्य साहित्य

कविता गीत-नवगीत गीतिका दोहे कविता - मुक्तक कविता - क्षणिका कवित-माहिया लोक गीत कविता - हाइकु कविता-तांका कविता-चोका कविता-सेदोका महाकाव्य चम्पू-काव्य खण्डकाव्य

शायरी

ग़ज़ल नज़्म रुबाई क़ता सजल

कथा-साहित्य

कहानी लघुकथा सांस्कृतिक कथा लोक कथा उपन्यास

हास्य/व्यंग्य

हास्य व्यंग्य आलेख-कहानी हास्य व्यंग्य कविता

अनूदित साहित्य

अनूदित कविता अनूदित कहानी अनूदित लघुकथा अनूदित लोक कथा अनूदित आलेख

आलेख

साहित्यिक सांस्कृतिक आलेख सामाजिक चिन्तन शोध निबन्ध ललित निबन्ध हाइबुन काम की बात ऐतिहासिक सिनेमा और साहित्य सिनेमा चर्चा ललित कला स्वास्थ्य

सम्पादकीय

सम्पादकीय सूची

संस्मरण

आप-बीती स्मृति लेख व्यक्ति चित्र आत्मकथा यात्रा वृत्तांत डायरी बच्चों के मुख से यात्रा संस्मरण रिपोर्ताज

बाल साहित्य

बाल साहित्य कविता बाल साहित्य कहानी बाल साहित्य लघुकथा बाल साहित्य नाटक बाल साहित्य आलेख किशोर साहित्य कविता किशोर साहित्य कहानी किशोर साहित्य लघुकथा किशोर हास्य व्यंग्य आलेख-कहानी किशोर हास्य व्यंग्य कविता किशोर साहित्य नाटक किशोर साहित्य आलेख

नाट्य-साहित्य

नाटक एकांकी काव्य नाटक प्रहसन

अन्य

रेखाचित्र पत्र कार्यक्रम रिपोर्ट सम्पादकीय प्रतिक्रिया पर्यटन

साक्षात्कार

बात-चीत

समीक्षा

पुस्तक समीक्षा पुस्तक चर्चा रचना समीक्षा
कॉपीराइट © साहित्य कुंज. सर्वाधिकार सुरक्षित

बादल भैया

बहुत तेज़ गर्मी है मम्मी
कहाँ गया बादल का पानी।
सूखी सूखी सी धरती है
कहाँ गई वो चूनर धानी।
 
रूठ गए हैं बादल भैया,
कोई उन्हें मना कर लाओ।
बादल भैया बादल भैया ,
क्यों रूठे तुम ये बतलाओ।
 
पेड़ सभी तुमने काटे हैं,
बोलो मैं कैसे आ जाऊँ?
वर्षा बूँदें इनसे बनती,
अब कैसे पानी बरसाऊँ?
 
प्रकृति संग खिलवाड़ किया है,
धुएँ भरे संयंत्र लगाए।
पर्यावरण नष्ट कर तुमने ,
काट वनों को शहर बनाये।
 
बादल भैया बादल भैया ,
आज क़सम हम सब धारेंगे।
पाँच पेड़ हर साल लगायेंक,
हम पर्यावरण सुधारेंगे।

घन घन घन घन घोर गरज कर,
बरस रहें हैं बादल भैया।
कितना मज़ा आ रहा मम्मी,
गोलू नाचे ता था थैया।

अन्य संबंधित लेख/रचनाएं

6 बाल गीत
|

१ गुड़िया रानी, गुड़िया रानी,  तू क्यों…

 चन्दा मामा
|

सुन्दर सा है चन्दा मामा। सब बच्चों का प्यारा…

 हिमपात
|

ऊँचे पर्वत पर हम आए। मन में हैं ख़ुशियाँ…

अंगद जैसा
|

अ आ इ ई पर कविता अ अनार का बोला था। आम पेड़…

टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

सामाजिक आलेख

गीत-नवगीत

दोहे

काव्य नाटक

कविता

लघुकथा

कविता - हाइकु

नाटक

कविता-मुक्तक

यात्रा वृत्तांत

हाइबुन

पुस्तक समीक्षा

चिन्तन

कविता - क्षणिका

हास्य-व्यंग्य कविता

गीतिका

बाल साहित्य कविता

अनूदित कविता

साहित्यिक आलेख

किशोर साहित्य कविता

कहानी

एकांकी

स्मृति लेख

हास्य-व्यंग्य आलेख-कहानी

ग़ज़ल

बाल साहित्य लघुकथा

व्यक्ति चित्र

सिनेमा और साहित्य

किशोर साहित्य नाटक

ललित निबन्ध

विडियो

ऑडियो

उपलब्ध नहीं